उद्धव ठाकरे के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद : महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष बावनकुले

उद्धव ठाकरे के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद : महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष बावनकुले

उद्धव ठाकरे के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद : महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष बावनकुले
Modified Date: June 16, 2023 / 05:26 pm IST
Published Date: June 16, 2023 5:26 pm IST

नागपुर, 16 जून (भाषा) भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के लिए उनकी पार्टी के दरवाजे बंद हैं और संकेत दिया कि ठाकरे के साथ सुलह की कोई संभावना नहीं है।

बावनकुले ने नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद हैं। हम न तो उनसे किसी तरह की चर्चा कर रहे हैं और न ही भविष्य में करेंगे।’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अविभाजित शिवसेना ने 2019 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर मतभेदों के चलते चुनाव परिणाम के बाद गठबंधन टूट गया था। इसके बाद ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाई।

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पिछले साल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अनेक विधायकों की बगावत के चलते एमवीए सरकार गिर गई थी।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने बृहस्पतिवार को नागपुर में आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र में सबसे अधिक किसान आत्महत्या करते हैं।

इसके बारे में पूछे जाने पर बावनकुले ने कहा कि भाजपा जल्द ही ‘‘तेलंगाना मॉडल’’ की खामियों के बारे में एक वीडियो जारी करेगी, जिससे सामने आएगा कि केसीआर की ‘‘कथनी और करनी’’ में क्या फर्क है।

पूर्व विधायक आशीष देशमुख के बारे में, जो 18 जून को भाजपा में शामिल होने वाले हैं, बावनकुले ने कहा, ‘‘देशमुख ने भाजपा से कहा कि वह महाराष्ट्र विधानसभा या लोकसभा के आगामी चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं और वह पार्टी के आधार का विस्तार करने के लिए काम करना चाहते हैं। वह कांग्रेस में नहीं रहना चाहते क्योंकि वह पार्टी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विरोधी है।’’

उल्लेखनीय है कि नागपुर जिले के कटोल से भाजपा विधायक रहे आशीष देशमुख ने कुछ साल पहले पार्टी छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हाल ही में उन्हें कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था।

भाषा शफीक वैभव

वैभव


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