मुंबई, 26 मई (भाषा) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नागपुर जिले में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी, जो महाराष्ट्र में न्यायालयिक (फोरेंसिक) शिक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि शाह ने एक पारंपरिक अनुष्ठान के तहत कांपती तहसील के चिचोली में इस परिसर की पहली ईंट रखी, साथ ही अस्थायी परिसर का डिजिटल तरीके से उद्घाटन भी किया।
इसमें कहा गया है कि एनएफएसयू दुनिया का एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जो फोरेंसिक विज्ञान को समर्पित है, नागपुर परिसर इसका 11वां परिसर है। अन्य मौजूदा परिसर गुजरात, नयी दिल्ली, गोवा, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, असम, मणिपुर, पुणे और युगांडा में हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि नागपुर परिसर में कुशल फोरेंसिक विशेषज्ञ तैयार किए जाएंगे, जो अपराधों को रोकने, कम करने और सुलझाने में कानून प्रवर्तन की सहायता करेंगे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इससे हितधारकों में फोरेंसिक क्षमताओं को मजबूती मिलेगी और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों का समाधान होगा, जिससे अंततः न्याय वितरण में तेजी आएगी।
बयान में कहा गया है कि परिसर 2025-26 शैक्षणिक वर्ष से फोरेंसिक विज्ञान और साइबर सुरक्षा में पांच पाठ्यक्रम पेश करने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और एनएफएसयू कुलपति जे एम व्यास मौजूद थे।
भाषा अमित माधव
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