मुंबई, 23 जून (भाषा) कलाकार चिंतन उपाध्याय अपनी पत्नी हेमा और उनके वकील हरेश भंभानी की हत्या का ‘‘मुख्य सूत्रधार’’ था और दोनों के प्रति नफरत की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया। अभियोजन पक्ष ने 2015 के दोहरे हत्याकांड मामले की अंतिम बहस के दौरान शुक्रवार को यहां एक अदालत में यह बात कही।
विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) वैभव बघाडे ने डिंडोशी अदालत के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस. वाई. भोसले के समक्ष ये दलीलें दीं।
हेमा और भंभानी की 11 दिसंबर, 2015 को हत्या कर दी गई थी और उनके शवों को गत्ते के डिब्बों में भरकर उपनगरीय कांदिवली में एक खाई में फेंक दिया गया था।
मुख्य आरोपी विद्याधर राजभर फरार है जबकि चिंतन को अलग हुई पत्नी की हत्या करने की साजिश रचने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। वह अब जमानत पर बाहर है।
अभियोजन पक्ष ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से चिंतन ने ही साजिश रची।’’
एसपीपी ने कहा, ‘‘हेमा और भंभानी की हत्या करने का ‘मुख्य सूत्रधार’ कलाकार चिंतन है।
बघाडे ने कहा कि हेमा और उनके वकील को खत्म करने की साजिश के लिए चिंतन ने सह-आरोपी विजय राजभर जैसे अपने परिचितों का इस्तेमाल किया।
अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए अभियोजन पक्ष ने भंभानी की पत्नी और बेटी सहित गवाहों के बयान का हवाला दिया।
पुलिस ने दावा किया है कि चिंतन ने अलग हुई अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रची क्योंकि वह स्पष्ट रूप से उन अदालती मामलों से छुटकारा पाना चाहता था जो वह उसके साथ लड़ रहा था। फिलहाल जमानत पर बाहर चिंतन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा चल रहा है।
कलाकार चिंतन ने कहा है कि मुंबई पुलिस मामले को सुलझाने में असमर्थ रही और इसलिए उनके वैवाहिक विवाद का फायदा उठाकर उसे झूठा फंसाया गया है।
भाषा
देवेंद्र नेत्रपाल
नेत्रपाल
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
खबर लोस चुनाव महाराष्ट्र मोदी 18
3 hours agoखबर लोस चुनाव महाराष्ट्र मोदी 17
3 hours ago