बंजारा कार्यकर्ता ने अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग को लेकर जालना में अनशन शुरू किया

बंजारा कार्यकर्ता ने अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग को लेकर जालना में अनशन शुरू किया

बंजारा कार्यकर्ता ने अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग को लेकर जालना में अनशन शुरू किया
Modified Date: October 19, 2025 / 02:37 pm IST
Published Date: October 19, 2025 2:37 pm IST

जालना, 19 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के जालना शहर में एक बंजारा कार्यकर्ता ने अपने समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर अनोखा प्रदर्शन शुरू किया। कार्यकर्ता ने एक पेड़ से बंधी चारपाई पर बैठकर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया है।

शनिवार को अंबड चौफुली क्षेत्र में अनशन शुरू करने वाले विजय चव्हाण ने कहा कि उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई।

बंजारा समुदाय को तीन प्रतिशत आरक्षण के साथ वीजेएनटी (विमुक्त जाति और खानाबदोश जनजाति) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। समुदाय उन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने वाले हैदराबाद गजट के कार्यान्वयन की मांग कर रहा है।

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चव्हाण ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमें अनुसूचित जनजाति के रूप में वर्गीकृत किया गया था और पूर्ववर्ती हैदराबाद राज्य में आरक्षण का लाभ मिला था। हम चाहते हैं कि हमारे वही अधिकार बहाल हों। हैदराबाद गजट में हमें जनजाति के रूप में संदर्भित किया गया है, लेकिन मंडल काल के बाद गलत व्याख्या और प्रतिनिधित्व की कमी के कारण बंजारा समुदाय को महाराष्ट्र में गलत तरीके से वीजेएनटी श्रेणी में रखा गया।’’

सितंबर में बंजारा समुदाय ने लंबे समय से लंबित अपनी मांग को लेकर मराठवाड़ा के विभिन्न जिलों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया था।

भाषा

शुभम नेत्रपाल

नेत्रपाल


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