भाजपा नेता ने हिंदी भाषियों पर हमले की निंदा की, पहलगाम हमले से तुलना की

भाजपा नेता ने हिंदी भाषियों पर हमले की निंदा की, पहलगाम हमले से तुलना की

भाजपा नेता ने हिंदी भाषियों पर हमले की निंदा की, पहलगाम हमले से तुलना की
Modified Date: July 6, 2025 / 04:18 pm IST
Published Date: July 6, 2025 4:18 pm IST

मुंबई, छह जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार ने रविवार को कहा कि आतंकवादियों ने पहलगाम में पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया, वहीं राज्य में भाषाई आधार पर लोगों पर हमले किए जा रहे हैं, जो निराशाजनक है।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा मराठी लोगों के सम्मान की रक्षा करेगी और गैर-मराठी बाशिंदों की भी हिफाजत करेगी।

भाजपा नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मराठी हमारे लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।’’

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हाल में सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए एक वीडियो में राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ता राज्य की राजधानी मुंबई के भयंदर इलाके में एक दुकानदार की पिटाई करते हुए देखे जा सकते हैं, क्योंकि उसने कथित तौर पर मराठी में बात करने से इनकार कर दिया था।

बाद में, पुलिस ने मनसे के सात सदस्यों को हिरासत में लिया और उन्हें नोटिस थमाये जाने के बाद छोड़ा गया।

भाजपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने मराठी में बात न करने पर ‘हिंदुओं’ को निशाना बनाए जाने पर आपत्ति जताई थी, जबकि उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि मराठी पर मनसे का एकाधिकार नहीं है।

मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा हिंदी भाषी लोगों पर कथित हमले के बारे में पूछे जाने पर शेलार ने कहा, ‘‘पहलगाम आतंकी हमले में, लोगों को गोली मारने से पहले उनका धर्म पूछा गया था। यहां लोगों पर उनकी भाषा के आधार पर हमला किया जा रहा है। यह निराशाजनक है।’’

मंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि राज्य देख रहा है कि कैसे ये नेता अन्य हिंदुओं की पिटाई का ‘‘आनंद’’ ले रहे हैं।

शनिवार को मुंबई के वर्ली इलाके में निवेशक सुशील केडिया के कार्यालय पर हमला करने के आरोप में पांच मनसे समर्थकों को गिरफ्तार किया गया।

केडिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में, मराठी न सीखने के बारे में लिखते हुए राज ठाकरे को चेतवावनी दी थी कि ‘‘क्या करना है बोल?’, जिसके बाद यह हमला किया गया।

हमले के कुछ घंटों बाद केडिया ने सोशल मीडिया पोस्ट के लिए माफी मांगी और दावा किया कि उन्होंने जरूरत से ज़्यादा प्रतिक्रिया दी थी और ठाकरे की प्रशंसा भी की थी।

भाषा

राजकुमार सुभाष

सुभाष


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