मुंबई, 21 मई (भाषा) लोकसभा चुनाव के मतगणना के दिन यानी चार जून को दिनभर शराब बिक्री पर पाबंदी के खिलाफ होटल,रेस्तरां और बार मालिकों के संघ ने बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। संघ ने मुंबई शहर और उपनगरीय जिलाधिकारियों की ओर से चार जून को ‘शुष्क दिवस’ घोषित करते हुए पूरे दिन शराब बिक्री पर पाबंदी लगाने के आदेश को अदालत में चुनौती दी है।
शुष्क दिवस से आशय दुकानों, रेस्तरां और अन्य स्थानों पर शराब की खरीद और इसके सेवन पर पूर्ण पाबंदी से है।
भारतीय होटल एवं रेस्तरां संघ (एएचएआर) ने वकील वीना थडानी और विशाल थडानी के माध्यम से दो अलग-अलग याचिकाएं दायर करके दावा किया है कि पूरे दिन के लिए शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना मनमाना है क्योंकि वोटों की गिनती पूरी करके दोपहर तक चुनाव परिणाम घोषित कर दिये जाने की संभावना है।
याचिका पर अवकाशकालीन पीठ द्वारा बुधवार को सुनवाई किये जाने की संभावना है। याचिका के अनुसार, याचिकाकर्ता संघ ने अप्रैल में मुंबई शहर जिलाधिकारी और मुंबई जिला उपनगर जिलाधिकारी से संपर्क किया था और उनसे चार जून के पूरे दिन को ‘शुष्क’ घोषित करने के अपने फैसले की समीक्षा करने का अनुरोध किया था।
जिलाधिकारियों ने फैसले की समीक्षा करने से यह कहकर मना कर दिया कि ये आदेश भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के निर्देशों के अनुसार पारित किए गए हैं। इसके बाद संघ ने उच्च न्यायालय का रुख किया।
भाषा संतोष माधव
माधव