महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गांव में पहली बार शुरू की गई सरकारी बस सेवा

महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गांव में पहली बार शुरू की गई सरकारी बस सेवा

महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गांव में पहली बार शुरू की गई सरकारी बस सेवा
Modified Date: July 17, 2025 / 09:48 am IST
Published Date: July 17, 2025 9:48 am IST

गढ़चिरौली, 17 जुलाई (भाषा) कभी नक्सलियों का गढ़ रहे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के एक सुदूर गांव में आजादी के बाद अब पहली बार सरकारी बस सेवा शुरू हुई है। पुलिस ने यह जानकारी दी।

बुधवार को जब पहली बस मरकनार गांव पहुंची तो स्थानीय लोगों ने राष्ट्रध्वज लहराकर उसका स्वागत किया।

एक पुलिस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस सेवा से मरकनार और आसपास के गांवों के छात्रों समेत लगभग 1,200 निवासियों को लाभ होगा।

 ⁠

विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि गढ़चिरौली पुलिस के प्रयासों के बाद आजादी के बाद पहली बार सुदूर मरकनार गांव से अहेरी तक बस सेवा शुरू की गई है।

आदिवासी आबादी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए जाना जाने वाला गढ़चिरौली जिला खराब कनेक्टिविटी की समस्या से जूझ रहा था।

मरकनार गांव गढ़चिरौली जिले के भामरागढ़ उपखंड में अबूझमाड़ की तलहटी में स्थित है, जो नक्सलियों का गढ़ था।

बुधवार को ग्रामीणों ने पहली बार अपने इलाके में बस सेवा देखी।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल की पहल पर शुरू की गई राज्य परिवहन सेवा का स्वागत करने के लिए ग्रामीण तिरंगा लेकर एकत्रित हुए।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस सेवा से मरकनार, मुरुंभुशी, फुलनार, कोपरशी, पोयारकोठी और गुंडुरवाही जैसे गांवों के 1,200 से ज्यादा निवासियों, खासकर मरीजों, छात्रों और अन्य यात्रियों को लाभ होगा।

गढ़चिरौली पुलिस ने दूरदराज के इलाकों में परिवहन को आसान बनाने के लिए कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि एक जनवरी 2025 को गट्टा-गरदेवड़ा-वांगेतुरी मार्ग पर और 27 अप्रैल को कटेझर से गढ़चिरौली के लिए बस सेवा शुरू की गई।

विज्ञप्ति के अनुसार पिछले पांच वर्षों में, गढ़चिरौली पुलिस के संरक्षण में जिले में 420.95 किलोमीटर लंबी 20 सड़कें और 60 पुल बनाए गए हैं।

भाषा जोहेब शोभना

शोभना


लेखक के बारे में