पुणे, 3 फरवरी (भाषा) कोविड-19 महामारी की स्थिति को देखते हुए ऑफलाइन परीक्षाएं रद्द करने की छात्रों की मांग के बीच महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (एमएसबीएसएचएसई) ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएं ऑफलाइन ही आयोजित की जाएंगी।
एमएसबीएसएचएसई ने यह घोषणा छात्रों द्वारा सप्ताह की शुरुआत में राज्यभर में किए गए विरोध-प्रदर्शनों के मद्देनजर की। प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग थी कि महामारी को देखते हुए माध्यमिक स्कूल सर्टिफिकेट (एसएससी/कक्षा 10) और उच्च माध्यमिक स्कूल सर्टिफिकेट (एचएससी/कक्षा 12) के लिए ऑफलाइन परीक्षा रद्द की जाए।
read more: Free LPG cylinder: मुफ्त में मिलेगा रसोई गैस सिलेंडर, करना होगा ये काम
एमएसबीएसएचएसई ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट किया कि इन परीक्षाओं के पूर्व घोषित कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
बोर्ड के सचिव शरद गोसावी ने कहा, ‘परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की बड़ी संख्या और उपकरणों की अनुपलब्धता सहित अन्य तकनीकी मुद्दों को देखते हुए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करना मुश्किल होगा। लिहाजा, एमएसबीएसएचएसई ने बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन आयोजित करने का फैसला किया है।’
बोर्ड ने कहा था कि कक्षा 12 की परीक्षा चार मार्च से 30 अप्रैल के बीच आयोजित की जाएगी, जबकि प्रैक्टिकल परीक्षाएं 14 फरवरी से तीन मार्च के बीच होंगी।
एमएसबीएसएचएसई ने उन छात्रों के लिए प्रैक्टिकल, आंतरिक या मौखिक परीक्षा आयोजित करने के लिए 31 मार्च से 18 अप्रैल के बीच ‘आउट ऑफ टर्न’ परीक्षाओं की तारीखों की भी घोषणा की है, जो किसी भी कारण से पहले की तारीखों में परीक्षा देने में असमर्थ हैं।
read more: बेटी पढ़ाओ का केंद्र सरकार का नारा खोखला: महबूबा मुफ्ती
एमएसबीएसएचएसई सचिव ने कहा, ‘आमतौर पर बोर्ड एक ‘आउट ऑफ टर्न’ परीक्षा के लिए अतिरिक्त शुल्क लेता है, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उसने कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने का फैसला किया है।’
बोर्ड ने बताया कि एसएससी परीक्षा 15 मार्च से चार अप्रैल के बीच आयोजित की जाएगी, जबकि प्रैक्टिकल और मौखिक परीक्षा 25 फरवरी से तीन मार्च के बीच होगी। बोर्ड के मुताबिक, ‘आउट ऑफ टर्न’ परीक्षा पांच अप्रैल से 22 अप्रैल के बीच आयोजित की जाएगी।
बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, एसएससी परीक्षा के लिए अब तक 16,25,311 छात्रों, जबकि एचएससी परीक्षा के लिए 14,72,562 ने आवेदन किया है।
read more: छत्तीसगढ़: इस जिले से हटाया गया नाईट कर्फ्यू, कार्यक्रम में 50 प्रतिशत लोग ही हो सकेंगे शामिल
अधिकारियों ने कहा, ‘आमतौर पर छात्रों को निश्चित परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाते हैं। हालांकि, इस साल परीक्षा केंद्र उनके अपने स्कूल या जूनियर कॉलेज में होंगे, ताकि वे सहज महसूस कर सकें।’
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने 40 से 60 अंकों और 70 से 100 अंकों वाले प्रश्नपत्र को हल करने के लिए क्रमश: 15 मिनट और 30 मिनट अतिरिक्त देने का भी निर्णय लिया है। यह फैसला एसएससी और एचएससी, दोनों परीक्षाओं के लिए लागू होगा।
अधिकारियों ने कहा, ‘अगर कोई छात्र अस्वस्थ है तो हर केंद्र में एक अलग कमरा होगा और मेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहेगा।’
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने भीड़ लगने से बचने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी है।
अधिकारियों के अनुसार, ‘एक कक्षा में अधिकतम 25 छात्रों को बैठाया जाएगा। एसएससी परीक्षा के लिए 5,042 केंद्र हुआ करते थे, जो बढ़ाकर 21,341 कर दिए गए हैं। वहीं, एचएससी परीक्षा के लिए 2,943 केंद्र हुआ करते थे, लेकिन अब उन्हें बढ़ाकर 9,613 कर दिया गया है।’