मुंबई, 26 मई (भाषा) महाराष्ट्र में नर्सों को एक निजी एजेंसी के माध्यम से आउटसोर्स करने के प्रदेश सरकार के फैसले के खिलाफ राज्य के सरकारी अस्पतालों के 15 हजार नर्सों ने बृहस्पतिवार को काम-काज बंद कर दिया ।
महाराष्ट्र स्टेट नर्सेज एसोसिएशन (एमएसएनए) की महासचिव सुमित्रा तोटे ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि अगर उनकी मांग 28 मई तक पूरी नहीं होती है तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगी और शुक्रवार को भी वे हड़ताल पर रहेंगी ।
सुमित्रा ने कहा, “नर्सों की भर्ती अगर आउटसोर्स की जाती है, तो उनके शोषण का खतरा होगा और उन्हें कम पारिश्रमिक मिलेगा। उन्हें आय के वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह उनके काम को प्रभावित करेगा जिसका मरीजों पर तत्काल प्रभाव पड़ेगा ।’’
उन्होंने कहा कि मुंबई सहित सरकारी अस्पतालों की 15,000 से अधिक नर्सें हड़ताल पर हैं।
उन्होंने कहा कि एमएसएनए ने नर्सिंग और शिक्षा भत्ता की भी मांग की है । तोटे ने कहा कि केंद्र और कुछ राज्य नर्सिंग भत्ता 7,200 रुपये देते हैं।
तोटे ने कहा कि इसका लाभ महाराष्ट्र की नर्सों को भी दिया जाना चाहिए।
भाषा रंजन उमा
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