तेजी से हो रहे शहरी विकास और बुनियादी परियोजनाओं के कारण मुंबई की पानी की जरूरत बढ़ी: शिंदे

तेजी से हो रहे शहरी विकास और बुनियादी परियोजनाओं के कारण मुंबई की पानी की जरूरत बढ़ी: शिंदे

तेजी से हो रहे शहरी विकास और बुनियादी परियोजनाओं के कारण मुंबई की पानी की जरूरत बढ़ी: शिंदे
Modified Date: December 10, 2025 / 12:38 pm IST
Published Date: December 10, 2025 12:38 pm IST

नागपुर, 10 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को राज्य विधानसभा को बताया कि मुंबई को होने वाली जल आपूर्ति आंशिक रूप से अपर्याप्त है और शहर की दैनिक आवश्यकता उपलब्ध जलाशय भंडारण क्षमता से अक्सर अधिक हो रही है।

उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान एक लिखित उत्तर में बताया कि तेजी से बढ़ती जनसंख्या, बड़े पैमाने पर आवासीय परियोजनाओं और जारी बुनियादी विकास कार्यों के कारण मुंबई में पानी की मांग लगातार बढ़ रही है।

शिंदे, शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) के विधायक सुनील प्रभु द्वारा विधानसभा में मुंबई में अपर्याप्त जल आपूर्ति के बारे में उठाए गए एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।

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उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 15 नवंबर तक मुंबई को पेयजल आपूर्ति करने वाले सात जलाशयों में उपलब्ध जल भंडार लगभग 92 प्रतिशत था।

प्रभु ने प्रश्न पूछा कि मुंबई की पानी की मांग 4,500 से 4,600 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) के बीच बनी हुई है, जिसके जवाब में शिंदे ने सदन को बताया कि महानगर की जनसंख्या को देखते हुए, इसकी आवश्यकता 4,665 एमएलडी है।

उन्होंने बताया कि महानगर पालिका प्रशासन हर साल मानसून के बाद बांधों में उपलब्धता और अनुमानित मांग का आकलन करने के बाद पानी की आपूर्ति की मात्रा तय करता है।

शिंदे ने कहा कि कुछ मामलों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति कम हो जाती है और वित्तरण प्रणाली प्रभावित होती है।

शिंदे ने दीर्घकालिक समाधानों के बारे में बताते हुए कहा कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका द्वारा प्रस्तावित गरगई जल आपूर्ति परियोजना पर काम शुरू हो चुका है।

उन्होंने कहा कि प्राथमिक इंजीनियरिंग कार्य अंतिम चरण में हैं और परियोजना के लिए निविदा प्रक्रिया वर्तमान में जारी है।

भाषा जितेंद्र गोला

गोला


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