महानगर पालिका चुनाव: छत्रपति संभाजीनगर और पुणे में भाजपा-शिवसेना गठबंधन में दरार

महानगर पालिका चुनाव: छत्रपति संभाजीनगर और पुणे में भाजपा-शिवसेना गठबंधन में दरार

महानगर पालिका चुनाव: छत्रपति संभाजीनगर और पुणे में भाजपा-शिवसेना गठबंधन में दरार
Modified Date: December 30, 2025 / 03:07 pm IST
Published Date: December 30, 2025 3:07 pm IST

मुंबई, 30 दिसंबर (भाषा) छत्रपति संभाजीनगर और पुणे महानगर पालिका चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना 15 जनवरी को होने वाले चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेंगी, क्योंकि दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे की बातचीत विफल हो गई है।

सत्तारूढ़ महायुति में सहयोगी रहे दोनों दलों के नेता अब गठबंधन टूटने को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं।

छत्रपति संभाजीनगर में शिवसेना विधायक और मंत्री संजय शिरसाट ने दावा किया कि भाजपा ने क्षेत्र में अपनी बढ़ती ताकत के कारण ‘अहंकार’ में आकर गठबंधन तोड़ा है।

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शिरसाट ने कहा कि उनकी पार्टी ने महानगर पालिका चुनावों के लिए भाजपा के साथ गठबंधन पर लगातार जोर दिया था और क्षेत्र के मतदाताओं की भी यही राय थी।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ हालांकि, कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं ने जानबूझकर गठबंधन तोड़ दिया। हमें इस गठबंधन के टूटने का दुख हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ विवादित सीटों पर गतिरोध को सुलझाने के लिए हुई बातचीत के बावजूद, इस मुद्दे को जानबूझकर फिर से उठाया गया।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने शिवसेना को ‘अंधेरे में रखकर’ सीट बंटवारे पर बातचीत जारी रखी और साथ ही अपने उम्मीदवारों को तैयार करती रही।

शिरसाट ने कहा कि शिवसेना ने अब अपने सभी उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने को कहा है और संभावित बाधाओं को लेकर आशंका व्यक्त की है।

वहीं शिरसाट के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा मंत्री अतुल सावे ने शिवसेना नेताओं पर सीट बंटवारे पर बार-बार अपना रुख बदलने का आरोप लगाया।

सावे ने कहा, ‘शिवसेना नेताओं ने उन सीटों की मांग की जहां से भाजपा पार्षद लगातार जीतते आ रहे हैं। उनके अहंकार के कारण ही गठबंधन टूटा।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा अब भी गठबंधन की इच्छुक है, लेकिन शिवसेना को आगे आना होगा, क्योंकि नामांकन दाखिल करने के लिए केवल कुछ ही घंटे बचे हैं।

भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य भगवत कराड ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा ने शिवसेना को अधिक सीटें देने की ‘उदारता’ दिखाई थी, लेकिन उसकी मांगें बढ़ गईं।

पुणे में भी, सीट बंटवारे की बातचीत विफल होने के बाद भाजपा और शिवसेना ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

पिछले कुछ दिनों में गहन बातचीत के बावजूद,कथित तौर पर शिवसेना को अपेक्षित सीटें न मिलने के कारण बात नहीं बन पाई।

शिवसेना नेता नाना भानगिरे ने कहा कि भाजपा द्वारा केवल 16 सीटें देने के बाद पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया।

उन्होंने कहा कि पार्टी पुणे में 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सभी उम्मीदवारों को ‘एबी’ फॉर्म दिए जाएंगे।

महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजीनगर और पुणे सहित 29 महानगर पालिका के चुनाव 15 जनवरी को होंगे और वोटों की गिनती अगले दिन होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि मंगलवार है, जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि दो जनवरी है और उम्मीदवारों के नामों की अंतिम सूची तीन जनवरी को प्रकाशित की जाएगी।

भाषा शोभना नरेश

नरेश


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