मतभेद के बावजूद एमवीए को मिलकर काम करना चाहिए: शरद पवार

मतभेद के बावजूद एमवीए को मिलकर काम करना चाहिए: शरद पवार

मतभेद के बावजूद एमवीए को मिलकर काम करना चाहिए: शरद पवार
Modified Date: April 12, 2023 / 05:11 pm IST
Published Date: April 12, 2023 5:11 pm IST

मुंबई, 12 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के घटक दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए, भले ही उनके अलग-अलग विचार हों। एमवीए में पवार की पार्टी के अलावा शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस शामिल हैं।

पवार ने यहां संवाददाताओं से बाचतीत में कहा कि मंगलवार को शिवसेना (यूबीटी) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक के दौरान सहयोगियों के बीच एकता के मुद्दे पर चर्चा हुई।

पवार ने कहा कि गठबंधन की एकता के लिए कुछ कार्यक्रम तय किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन कार्यक्रमों में सभी को शामिल होना चाहिए। यह वे नीतियां हैं जिन पर हमने कल सहमति व्यक्त की थी।’’

 ⁠

अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की विपक्ष की मांग के बीच पवार ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित समिति से मामले की जांच कराने की वकालत की थी। इसके कुछ ही दिन बाद राकांपा प्रमुख की ठाकरे के साथ बैठक हुयी थी ।

कांग्रेस और शिवसेना (यूटीबी) अडाणी समूह से जुड़े मामले की जेपीसी से जांच कराने की मांग पर जोर दे रही हैं।

पवार ने इससे पहले कहा था कि गैर भाजपा दलों की, मामले की जेपीसी से जांच कराने की मांग से राकांपा सहमत नहीं है, लेकिन विपक्षी एकता के लिये उनकी पार्टी उनके रूख के खिलाफ नहीं जायेगी।

पवार ने कहा था कि अगर जेपीसी का गठन होता है, तो लोकसभा और राज्यसभा में भाजपा के संख्या बल को देखते हुये इसमें 14-15 सदस्य सत्तारूढ़ दल के होंगे जबकि विपक्षी दलों के केवल पांच से छह सदस्य रहेंगे ।

राकांपा नेता ने कहा कि इस समिति की अगुवाई भी भारतीय जनता पार्टी करेगी। उन्होंने पूछा ‘‘यह सब देखते हुए स्पष्ट है कि, इस पर किसका नियंत्रण होगा, और रिपोर्ट पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?’’

पवार ने कहा कि इसके बदले, उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति को इस मुद्दे की जांच करनी चाहिए ।

मराठी समाचार चैनल माझा के साथ साक्षात्कार में पवार ने कहा कि ठाकरे ने एमवीए घटकों से सलाह किये बिना (जून 2022 में) मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया था । पवार के इस सक्षात्कार का प्रसारण टीवी पर मंगलवार को किया गया था ।

भाषा रंजन रंजन मनीषा

मनीषा


लेखक के बारे में