पीएनबी धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी की कंपनी के अधिकारी को सीबीआई हिरासत में भेजा गया

पीएनबी धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी की कंपनी के अधिकारी को सीबीआई हिरासत में भेजा गया

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  • Publish Date - April 12, 2022 / 06:43 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:09 PM IST

मुंबई, 12 अप्रैल (भाषा) एक विशेष अदालत ने करोड़ों रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में मंगलवार को भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के सहयोगी सुभाष शंकर परब को 26 अप्रैल तक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में भेज दिया।

सीबीआई के अधिकारियों के अनुसार इससे पहले परब को मिस्र के काहिरा से भारत लाया गया। वह नीरव मोदी से जुड़ी एक फर्म फायरस्टार डायमंड में उप महाप्रबंधक (वित्त) था।

परब को एक वांछित आरोपी के रूप में दिखाया गया क्योंकि वह कथित धोखाधड़ी के सामने आने से ठीक पहले देश छोड़कर चला गया था। मंगलवार सुबह भारत पहुंचने के बाद, परब को विशेष सीबीआई न्यायाधीश वी सी बर्दे के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे सीबीआई हिरासत में भेज दिया।

नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ब्रैडी हाउस शाखा में इसके अधिकारियों को रिश्वत देकर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और विदेशी लेटर ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) का उपयोग करके बैंक को 13,000 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की एक टीम 50 वर्षीय परब को वापस लाने के लिए मिस्र की राजधानी गई थी, जिसे कथित तौर पर भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव ने काहिरा के एक उपनगर में अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा था।

अधिकारियों ने कहा कि परब को पीएनबी को 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी करने के लिए सौंपे गए ‘लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग’ का एक प्रमुख गवाह माना जाता है। उन्होंने कहा कि भारत ने परब पर नजर रखने और उसे वापस लाने के लिए उसके खिलाफ ‘इंटरपोल रेड नोटिस’ जारी किया था।

भाषा आशीष उमा

उमा