मुंबई में अडाणी मामले को लेकर प्रदर्शन; राकांपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी |

मुंबई में अडाणी मामले को लेकर प्रदर्शन; राकांपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी

मुंबई में अडाणी मामले को लेकर प्रदर्शन; राकांपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी

:   Modified Date:  February 6, 2023 / 11:32 PM IST, Published Date : February 6, 2023/11:32 pm IST

मुंबई, छह फरवरी (भाषा) दक्षिण मुंबई में सोमवार को अलग-अलग विरोध प्रदर्शनों को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओ को हिरासत में लेने के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी।

शेयर बाजार में गौतम अडाणी से जुड़े शेयरों में गिरावट के मुद्दे और अरबपति उद्योगपति के समूह में एलआईसी के निवेश को लेकर दक्षिण मुंबई में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) भवन के सामने सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ राकांपा के विरोध प्रदर्शन के बाद राकांपा के पांच पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया।

मरीन ड्राइव पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस अधिनियम की धाराओं 37(1)(3) और 135 के तहत जमावड़े पर पाबंदी लगाने वाले पुलिस आयुक्त के आदेश का उल्लंघन करने को लेकर राकांपा के पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

अधिकारी ने बताया, ‘‘आज दोपहर एलआईसी भवन के पास स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।’’

इसबीच, छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ विधायक जितेन्द्र अहवाद की कथित टिप्पणी के खिलाफ बल्लार्ड एस्टेट स्थित राकांपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा के 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।

अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट आई है। वहीं, अडाणी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों और सूचना प्रकट करने संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।

अडाणी प्रकरण पर विपक्षी दल लगातार केंद्र को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि अडाणी समूह के शेयरों में हालिया गिरावट एक ‘घोटाला’ है जिसमें आम लोगों का पैसा शामिल है क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने उनमें निवेश किया है।

भाषा अर्पणा नेत्रपाल अमित

अमित

 

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