ठाणे, पांच जून (भाषा) महाराष्ट्र में पिछले महीने एक कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एवं राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड द्वारा सिंधी समुदाय के सदस्यों के खिलाफ की गई कथित “अपमानजनक” टिप्पणी के विरोध में समुदाय के व्यापारियों ने सोमवार को ठाणे जिले के कुछ हिस्सों में एक दिन का बंद रखा।
विरोध के तौर पर व्यापारियों ने ठाणे (पूर्व) के कोपरी क्षेत्र में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, जहां सिंधी समुदाय की एक बड़ी आबादी रहती है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उल्हासनगर इकाई के अध्यक्ष जमनादास पुरूस्वानी की शिकायत के बाद पिछले हफ्ते हिल लाइन पुलिस थाने में आव्हाड के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था।
शिकायत में कहा गया था कि ठाणे जिले के मुंब्रा-कलवा से मौजूदा विधायक आव्हाड ने 27 मई को उल्हासनगर शहर में एक बैठक में राकांपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कथित अपमानजनक टिप्पणी की। इसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई आव्हाड की अपमानजनक टिप्पणी से सिंधी समुदाय के सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
हालांकि, राकांपा ने दावा किया कि आव्हाड के कार्यक्रम के भाषण का एक छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है।
इस बीच, समुदाय के सदस्यों के एक वर्ग ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को एक ज्ञापन भेजा है, जिसमें विपक्षी नेता (59) के खिलाफ मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) की नियुक्ति की मांग की गई है।
ज्ञापन के अनुसार सिंधी समुदाय के सदस्य यह भी चाहते हैं कि आव्हाड के भाषण वाले वीडियो की जांच की जाए ताकि यह पता चल सके कि क्या वाकई में वीडियों के साथ छेड़छाड़ की गई, जैसा राकांपा ने दावा किया।
भाषा जितेंद्र माधव
माधव
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