मोटरसाइकिल दुर्घटना की प्राथमिकी से बचने के लिए 10 लाख रुपये देने की बात से अनजान था: राहुल मुखर्जी

मोटरसाइकिल दुर्घटना की प्राथमिकी से बचने के लिए 10 लाख रुपये देने की बात से अनजान था: राहुल मुखर्जी

  •  
  • Publish Date - October 3, 2022 / 07:56 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

मुंबई, तीन अक्टूबर (भाषा) पूर्व मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके खिलाफ सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज नहीं करने के लिए पुलिस को 10 लाख रुपये दिए गए थे।

राहुल मुखर्जी ने अदालत को बताया कि यह ‘‘वास्तव में’’ एक दुर्घटना नहीं थी और वह मोटरसाइकिल चलाते समय गर्भवती महिला से नहीं टकराए थे।

इंद्राणी मुखर्जी के वकील रंजीत सांगले ने विशेष केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) न्यायाधीश एसपी नाइक-निंबालकर के समक्ष 2012 के शीना बोरा हत्या मामले में पीटर मुखर्जी की पहली शादी से उनके बेटे राहुल मुखर्जी से सोमवार को जिरह की थी। इंद्राणी मुखर्जी इस मामले में मुख्य आरोपी हैं और वह अभी जमानत पर हैं।

हत्या का मामला 2015 में दर्ज हुआ था। इससे तीन साल पहले शीना बोरा की उसकी मां ने सह आरोपी संजीव खन्ना और श्यामवर राय की मदद से हत्या कर दी थी।

राहुल मुखर्जी ने 2010 की दुर्घटना के एक मामले में सवाल को लेकर कहा कि यह सच है कि उनके मोटरसाइकिल चलाते समय हादसा हुआ था लेकिन यह कहना ठीक नहीं है कि उन्होंने गर्भवती महिला को टक्कर मारी थी।

घटना के संबंध में एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि क्या गर्भवती महिला ने दुर्घटना में अपना बच्चा खो दिया।’’ बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि प्राथमिक दर्ज नहीं हो यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्व पुलिसकर्मी सोहेल बुद्धा ने पुलिस को 10 लाख रुपये दिए थे। इस पर राहुल मुखर्जी ने कहा कि वह इस बारे में ‘‘नहीं जानते।’’ सोहेल बुद्धा ने उन्हें इस बारे में कुछ नहीं बताया।

भाषा सुरभि प्रशांत

प्रशांत