Navratri Day 3: नवरात्रि के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा, जानें किस विधि से करें अराधना

Navratri Day 3; आज नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा के शुभ समय की बात करें तो आज सुबह 10 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक है, अमृत काल में दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से लेकर 01 बजकर 36 मिनट तक है।

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  • Publish Date - October 17, 2023 / 11:00 AM IST,
    Updated On - October 17, 2023 / 11:00 AM IST

3rd Day Of Navratri Maa Chandraghanta Puja: आज नवरात्रि का तीसरा दिन है, आज के दिन दुर्गा मां के तीसरे स्वरूप देवी चंद्रघंटा की अराधना की जाती है। कहा जाता है कि आज आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मां चंद्रघंटा की पूजा करने से दांपत्यजीवन में खुशियां आती हैं, आपकी शादीशुदा जिंदगी सुखमय रहे य​दि आप ऐसा चाहते हैं तो तो आज के दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा पूरे मन से करें। सच्चे मन से मां की पूजा करने से मां की कृपा अपने भक्तों पर बनी रहती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि मां चंद्रघंटा मां पार्वती का रौद्र रूप हैं।

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मां चंद्रघंटा के पूजा मंत्र

“या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः।”

पिंडज प्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं, चंद्रघंटेति विश्रुता।।

ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥

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मां चंद्रघंटा की पूजा करने का शुभ मुहूर्त

आज नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा के शुभ समय की बात करें तो आज सुबह 10 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक है, अमृत काल में दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से लेकर 01 बजकर 36 मिनट तक है। वहीं, शुभ काल में अपराह्न 03:03 से सायं 04:28 बजे तक शुभ मुहूर्त है।

इस विधि से करें पूजा

सुबह उठकर स्नान करने के बाद मां चंद्रघंटा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें, अब जलाभिषेक करें, नैवेद्य, दीप, सफेद कमल या लाल गुड़हल का फूल, कुमकुम, अक्षत, सिंदूर आदि अर्पित करें। पूजा के दौरान देवी के मंत्रों का उच्चारण करते रहें।

उन्हें खीर, दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाएं। कथा सुनें या पढ़ें, आरती करने के बाद मां चंद्रघंटा से अपनी इच्छाओं की पूर्ति होने की प्रार्थना करें, उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।

मां चंद्रघंटा को आप भोग में सेब, केला, दूध की मिठाई, खीर आदि का भोग लगा सकते हैं, क्योंकि ये चीजें उनकी पसंदीदा हैं।

यदि आप माता चंद्रघंटा को पूजा में कोई फूल चढ़ाएं तो उनका पसंदीदा फूल सफेद कमल चढ़ाएं, आप पीले रंग का फूल, लाल गुड़हल भी अर्पित कर सकते हैं।

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मां चंद्रघंटा की पूजा का महत्व

आप आज के दिन मां चंद्रघंटा की पूजा विधि-विधान, सच्चे मन और श्रद्धा भाव से करें तो आप में साहस पैदा हो सकता है। कुंडली में मौजूद शुक्र ग्रह से संबंधित दोष भी दूर होता है, ऐसा इसिलए, क्योंकि मां चंद्रघंटा का संबंध शुक्र ग्रह से भी है। यदि आप अपने परिवार में सुख-समृद्धि लाना चाहते हैं तो भी देवी की पूजा करने से लाभ होता है, इससे वे प्रसन्न होकर परिवार की रक्षा करती हैं, शादी में रुकावट आ रही है तो दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा करने से रिश्ता जल्दी तय हो सकता है।शादी में आ रही अड़चनें दूर होती हैं। जो लोग बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं।

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