अग्नि-6 मिसाइल: अग्नि 6 एक चार-चरण वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। इसक डिजाइन चरण के पूरा होने के बाद अब यह हार्डवेयर के विकास के चरण में है। अग्नि-6 में कई स्वतंत्र रूप से लक्षित किए जाने वाले पुनः प्रवेश वाहन और साथ ही मैन्युवेरेबल पुनः प्रवेश वाहन (एमएआरवी) की भी संभावना है। इसका संभावित वजन 55 से 70 हजार Kg होगा। लंबाई करीब 20 से 40 मीटर होगी। व्यास 2 मीटर होगा। माना जा रहा है कि इसके अंदर 3 टन का वॉरहेड लगाया जाएगा। यह मिसाइल 10 से 11 परमाणु हथियार MIRV लेकर टारगेट पर हमला कर पाएगी। इसकी रेंज 10 से 12 हजार किलोमीटर होगी।
जोरावर टैंक: भारत के पहले स्वदेशी हल्के टैंक जोरावर का परीक्षण शुरू हो चुका है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को उम्मीद है कि इसे भारतीय सेना को अप्रैल तक सौंपा जा सकता है। भारतीय सेना को ऐसे 350 टैंक्स की जरुरत है। ये टैंक मात्र 25 टन के होंगे। इन्हें चलाने के लिए सिर्फ तीन लोगों की जरूरत होती है। असल में यह देश का पहला ऐसा टैंक होगा, जिसे माउंटेन टैंक बुला सकते हैं।
डायरेक्टेड एनर्जी वेपन्स: डायरेक्टेड एनर्जी वेपन्स (DEW) ऐसे हथियार होते हैं जो किसी खास प्रकार की ऊर्जा को एकत्रित करके किसी एक टारगेट पर हमला करते हैं। इससे टारगेट या तो जल जाता है। या फिर उसकी इलेक्ट्रॉनिक तकनीक, संचार सिस्टम, नेविगेशन प्रणाली बेकार हो जाती हैं। इससे वह दिशा भ्रमित हो जाता है। अपने बेस से कनेक्ट नहीं कर पाता है। DEW से दो तरह के हमले किए जाते हैं। पहला लेजर लाइट और दूसरा इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगें।
नौसैनिक जहाज पर ड्रोन: भारतीय नौसेना अपने जंगी जहाजों पर ड्रोन्स यानी अनमैन्ड एरियल व्हीकल (NSUAV) की मांग कई वर्षों से कर रही थी। जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी। अब भारतीय नौसैनिक जंगी जहाजों पर 10 नेवल शिपबॉर्न यूएवी की तैनाती की जाएगी। इसके लिए सरकार ने करीब 1300 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। भारत सरकार लगातार मेक इन इंडिया हथियारों और रक्षा उपकरणों पर जोर दे रही है।
ब्रह्मोस-2: हाइपरसोनिक मिसाइल: ब्रह्मोस 2 रूस की एनपीओ मशीनोस्त्रोयेनिया और भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा वर्तमान में संयुक्त रूप से विकासाधीन एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। जो एक साथ ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा गठित है। इस मिसाइल की रेंज अधिकतम 600 km होगी। लेकिन इसकी गति बहुत ज्यादा होगी। यह मैक-7 यानी 8,575 km/hr की रफ्तार से दुश्मन पर धावा बोलेगी।
भारतीय मल्टी रोल हेलिकॉप्टर: भारतीय मल्टी रोल हेलिकॉप्टर एक मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर होगा। जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बना रही है। माना जा रहा है कि इसे उड़ाने के लिए दो पायलटों की जरूरत होगी। ये एक बार में 24 से 36 सैनिकों को ले जा सकेगा। या फिर 4500 kg वजन उठा सकेगा। इसकी लंबाई 25.12 मीटर, ऊंचाई 6.22 मीटर होगी। अधिकतम 300 km की रफ्तार से उड़ेगा। इसकी रेंज 800 km होगी। अधिकतम 6700 मीटर की ऊंचाई तक जा सकेगा।
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