कुछ लोग करवा चौथ 13 अक्टूबर को मनाने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं कुछ 14 अक्टूबर को करवा चौथ व्रत मनाने की सोच रहे हैं। ऐसे में करवा चौथ व्रत कब रखना है ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। चलिए हम आपको बताते हैं करवा चौथ व्रत की सही तारीख और शुभ मुहूर्त।
इस व्रत में सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसके बाद पुरे दिन गाना-बजाना करके शाम को अपना व्रत तोड़ती हैं। महिलाएं शाम के समय चंद्रमा का दर्शन करने के बाद पति के हाथों जल ग्रहण करके व्रत का पारण करती हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि करवा चौथ व्रत में भगवान शिव, मां पार्वती और चंद्रदेव की पूजा का विधान है। इस बार करवा चौथ व्रत की सही तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति है।
दरअसल हिंदू धर्म में ज्योतिष शास्त्र का बहुत महत्त्व है। ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक इस बार करवा चौथ का व्रत शुक्र ग्रह के अस्त के दौरान पड़ रहा है। बता दें कि शुक्र देव 29 सितंबर से 22 नवंबर तक अस्त रहने वाले हैं।
इस वजह से इस दौरान शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे। ऐसे में व्रती इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आखिर करवा चौथ का व्रत कब रखना उचित होगा। हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार करवा चौथ व्रत की तारीख 13 अक्टूबर बताई गई है।
सुहागिनों का सबसे खास पर्व करवा चौथ में अब कुछ ही दिन बचे हैं। शास्त्रों में कार्तिक कृष्ण चतुर्थी को करवा चौथ व्रत रखने का विधान है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की खुशी के लिए पूरा दिन बिना अन्न-जल के रहती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र के अस्त होने से करवा चौथ व्रत पर कोई अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि शुक्र अस्त का विचार सिर्फ शादी के लिए होता है। ऐसे में इस बार करवा चौथ व्रत पर इस बार शुक्र अस्त का विचार करना उचित नहीं है।