नवरात्रि में न करें ये पांच काम, मां दुर्गा की बनी रहेगी कृपा…देखिए

नवरात्रि में न करें ये पांच काम, मां दुर्गा की बनी रहेगी कृपा...देखिए

नवरात्रि में न करें ये पांच काम, मां दुर्गा की बनी रहेगी कृपा…देखिए
Modified Date: November 29, 2022 / 08:28 pm IST
Published Date: October 10, 2020 2:37 pm IST

Shardiya Navratri 2020: शारदीय नवरात्रि पर्व हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पावन उत्सव में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है। माता के भक्त आशीर्वाद पाने के लिए नौ दिनों तक व्रत रखते हैं। नवरात्रि व्रत के नियमानुसार इन दिनों कुछ कार्यों को भूलकर भी नहीं करने चाहिए। 

नवरात्रि व्रत के नियमानुसार, घर में कलश स्थापना, अखंड ज्योति जला रखी है या माता की चौकी का आयोजन कर रहे हैं तो घर को खाली छोड़कर नहीं जाना चाहिए। नवरात्रि में खाने में प्याज, लहसुन और नॉन वेज नहीं लेना चाहिए।

read more:नवरात्रि में इन मंत्रों से करें देवी आराधना, पूरे होंगे सभी मनोरथ… देखिए

 ⁠

नवरात्रि के व्रत में नौ दिनों तक खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत में कुट्टू का आटा, समारी के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, फल, आलू, मेवे, मूंगफली लेने चाहिए।

इन नौ दिनों में व्रत रखने वाले लोगों को चमड़े की बेल्ट, चप्पल-जूते, जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। भूलकर भी अगर आपने नवरात्रि में ऐसा कोई काम किया तो भारी नुकसान हो सकता है। इसलिए इन नौ दिनों में ऐसे काम करने से बचना चाहिए।

read more:नवरात्र: मंदिर समिति को मिली ज्योत जलाने की अनुमति, श्रद्धालु नहीं …

नवरात्रि व्रत के नियमानुसार, नवरात्रि का व्रत रखने वालों को इन दिनों में दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। व्रत के दौरान नाखून भी नहीं काटने चाहिए। 

नवरात्रि में व्रत रखने वालों को काले कपड़े धारण नहीं करने चाहिए। नवरात्रि व्रत के दिनों में दिन के समय नहीं सोना चाहिए। इसके साथ ही बेड पर नहीं सोना चाहिए। माता रानी का यह व्रत त्याग और समर्पण की भावना की सीख देता है। 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com