Sankashti Chaturthi 2025। Image Credit: IBC24 File Image
नई दिल्ली। Sankashti Chaturthi 2025: हिंदू धर्म में हर महीने कई तरह के व्रत, अमावस्या आते हैं। जिनका अपना अलग ही महत्व होता है। जिसे पूरे विधि-विधान के साथ मनाया जाता है। ऐसे में आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है। वहीं आज यानी 14 जून 2025 को संकष्टी चतुर्थी मनाया जा रहा है। मान्यता है कि, भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही साधक को गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त होती है। तो चलिए जानते हैं इसकी पूजा विधि और पूजा का महत्व।
कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 14 जून को दोपहर 3:46 बजे से शुरू होकर 15 जून को दोपहर 3:51 बजे तक रहेगी। ऐसे में आज 14 जून को ही संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी।
चतुर्थी वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। इसके बाद व्रत का संकल्प लेकर गणेश जी की पूजा आरंभ करें। पूजा करने से पहले पूजा स्थान को गंगा जल से साफ कर गणपति की प्रतिमा स्थापित करें और विघ्नहर्ता को रोली, अक्षत, दूर्वा, लाल फूल, मोदक और धूप-दीप अर्पित करें। इस दौरान गणेश चालीसा का पाठ करके अपनी पूजा पूरी करें।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा का विधान है। भगवान गणेश को विघ्न हरता और बुद्धि और विद्या का देवता भी कहा जाता है। ऐसे में इनकी पूजा करने से जातक के सभी विघ्न दूर होते हैं। साथ ही इस दिन सच्चे मन से व्रत और पूजा करने जातक को संतान सुख की भी प्राप्ति होती है।