अंजुम और तेजस्विनी महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन के फाइनल्स में जगह बनाने में असफल

अंजुम और तेजस्विनी महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन के फाइनल्स में जगह बनाने में असफल

  •  
  • Publish Date - July 31, 2021 / 03:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

तोक्यो, 31 जुलाई (भाषा) भारतीय निशानेबाज अंजुम मोदगिल और तेजस्विनी सावंत शनिवार को यहां ओलंपिक में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में क्रमश: 15वें और 33वें स्थान के साथ फाइनल्स में जगह बनाने में नाकाम रहीं ।

  ओलंपिक से पहले शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय निशानेबाजी टीम का यहां खराब प्रदर्शन जारी है जहां सौरभ चौधरी को छोड़कर किसी भी प्रतिभागी ने फाइनल्स के लिए क्वालीफाई नहीं किया।

असाका निशानेबाजी परिसर में विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता अंजुम ने ‘54 इनर 10 (10 अंकों के 54 निशाने)’ के साथ 1167 अंक बनाये जबकि अनुभवी तेजस्विनी स्टैंडिंग, नीलिंग और प्रोन पोजीशन की तीन श्रृंखलाओं में 1154 अंक ही बना सकी।

स्विट्जरलैंड की नीना क्रिस्टन ने फाइनल्स में ओलंपिक रिकॉर्ड 463.9 अंकों के साथ इसका स्वर्ण पदक अपने नाम किया। रूस ओलंपिक समिति (आरओसी) की यूलिया जायकोवा और यूलिया करिमोवा ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।

जायकोवा  क्वालीफाइंग में 1182 अंक के साथ शीर्ष पर थी। यह इस स्पर्धा का ओलंपिक क्वालीफिकेशन में नया रिकॉर्ड है।

नीना इससे  पहले 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीत चुकी है।

इन खेलों में निशानेबाजी स्पर्धा के आठवें दिन अंजुम नीलिंग में 390 (400 अंक में से)  और प्रोन में 395 अंक के साथ एक समय पांचवें स्थान पर थी और उनके फाइनल में पहुंचने की संभावना थी।

वह हालांकि स्टैंडिंग में इस लय को बरकरार नहीं रख सकीं। इस पोजिशन के पहले निशाने में आठ अंक हासिल करने के बाद वह दबाव में आ गयी और महज 382 अंक ही जुटा सकी।

पहली बार ओलंपिक में चुनौती पेश कर रही तेजस्विनी नीलिंग के खराब प्रदर्शन से उबरने में नाकाम रहीं। उन्होंने प्रोन में 394 और स्टैंडिंग में 376 अंक बनाये।

क्वालीफिकेशन में शीर्ष आठ स्थानों पर रहने वाले निशानेबाज फाइनल में जगह बनाते हैं।

पदक विजेताओं के अलावा अमेरिका की सेगन मैडालेना, जर्मनी की जोलिन बीयर, सर्बिया की एंड्रिया अर्सोविक, स्लोनिया की जीवा ड्वोर्साक और नॉर्वे की जेनेट हेग डुएस्टैड ने फाइनल में जगह पक्की की थी।

इन खेलों में अब भारत की तरफ से सिर्फ संजीव राजपूत और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर पुरुष वर्ग में अपनी चुनौती पेश करने के लिए बचे है।

भाषा आनन्द मोना

मोना