अश्विनी को ‘मानसिक मजबूती’ के दम पर पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीद

अश्विनी को ‘मानसिक मजबूती’ के दम पर पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीद

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  • Publish Date - April 19, 2024 / 08:09 PM IST,
    Updated On - April 19, 2024 / 08:09 PM IST

नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा ने आत्म-संदेह से पार पाकर तीसरी बार ओलंपिक खेलों में देश के प्रतिनिधित्व का मौका हासिल किया है जिसे वह मजबूत मानसिकता के दम पर पदक में बदलना चाहती है।

लंदन और रियो ओलंपिक में भाग लेने वाली 34 साल की इस खिलाड़ी ने पिछले साल जनवरी में 20 वर्षीय तनीषा क्रास्टो के साथ जोड़ी बनाकर इस साल पेरिस में होने वाले खेलों के लिए क्वालिफिकेशन को पक्का कर लिया है।

पिछले कुछ सप्ताह भारतीय खिलाड़ियों के लिए निराशाजनक रहे हैं क्योंकि उन्होंने पेरिस का टिकट बुक करने के लिए छह सप्ताह में पांच टूर्नामेंटों में भाग लेना पड़ा। आखिरी क्वालीफाइंग सूची इस महीने के अंत में आने वाली है।

अश्विनी ने कहा, ‘‘हमने लगातार चार टूर्नामेंट खेले हैं और यह काफी थकाने वाला रहा है। लेकिन सभी के लिए स्थिति एक जैसी थी क्योंकि हम सभी ओलंपिक में जगह पाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह राहत और खुशी की बात है कि हम क्वालीफाई कर गए हैं।’’

अश्विनी को खुद पर संदेह करने वालों को गलत साबित करने में खुशी हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे (क्वालीफाई करने की) उम्मीद थी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी ने सोचा होगा कि मैं यहां तक पहुंच पाऊंगी। ज्यादातर लोगों को इस पर संदेह था। हम शून्य से शुरुआत कर रहे थे। व्यक्तिगत रूप से यह बात मेरे दिमाग में थी और अब ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना सपने के सच होने जैसा है।’’

अश्विनी-तनीषा की जोड़ी ने जनवरी 2023 से एक साथ खेलना शुरू किया है। यह जोड़ी अबू धाबी और गुवाहाटी में दो सुपर 100 खिताब जीतने के अलावा ओडिशा सुपर 100 और सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय सुपर 300 के फाइनल में पहुंचने में सफल रही।

यह जोड़ी इस साल जनवरी में मलेशिया सुपर 1000 के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंची थी।

अश्विनी ने कहा, ‘‘मानसिक रूप से रैंकिंग में शीर्ष 10 में शामिल खिलाड़ियों का दृष्टिकोण स्थिर होता है। मुझे लगता है हम खेल के दौरान कुछ गलतियों से परेशान होकर दबाव में आ जाते हैं।’’

अश्विनी ने कहा कि उन्हें और तनीषा को इस मामले में सुधार करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ‘‘ यह ऐसा क्षेत्र है जहां मुझे और तनीषा को मजबूत होने की जरूरत है। हम अंक हासिल करने को लेकर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं देते है लेकिन हम एक स्थिर दृष्टिकोण रखते हैं और अंत तक संघर्ष करने का माद्दा रखते हैं।’’

अश्विनी को उम्मीद है कि उनकी और तनीषा की जोड़ी ओलंपिक में पदक के सपने को पूरा करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ कई मायनों में, लोगों को हमसे उम्मीद है। इसका मतलब है कि उन्हें आशा है और वे हमें एक ऐसी जोड़ी के तौर पर देखते हैं जो वास्तव में अच्छा कर सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसी साल बड़े टूर्नामेंटों में खेलना शुरू किया है लेकिन इस दौरान कुछ अच्छी जीत हासिल करने में सफल रहे है। हमें उम्मीद है कि हम ओलंपिक जैसे बड़े आयोजनों में भी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।’’

भाषा आनन्द सुधीर

सुधीर