टीम इंडिया के लिए घातक साबित हुआ स्पाइडर कैमरा, उठाना पड़ा ये नुकसान, मैदान में ही गुस्से से लाल हुए रोहित और हार्दिक

टीम इंडिया के लिए घातक साबित हुआ स्पाइडर कैमरा : Batsman not out due ball stuck in spider camera, Captain Rohit got Angry

टीम इंडिया के लिए घातक साबित हुआ स्पाइडर कैमरा, उठाना पड़ा ये नुकसान, मैदान में ही गुस्से से लाल हुए रोहित और हार्दिक

Team India lost the match

Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: October 23, 2022 5:18 pm IST

Captain Rohit got Angry भारत और पाकिस्तान के बीच मेलबर्न के ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड पर टी20 वर्ल्ड का महामुकाबला खेला जा रहा है। इस मैच में ‘स्पाइडर कैमरा’ टीम इंडिया के लिए विलेन साबित हुआ है। दरअसल, ‘स्पाइडर कैमरे’ की वजह से टीम इंडिया के हाथ से इस मैच में एक कैच लपकने का मौका छिन गया। इस घटना के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या को काफी नाराज देखा गया। सोशल मीडिया पर ये इसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।

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Captain Rohit got Angry दरअसल, पाकिस्तान की पारी के 15वें ओवर में टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन गेंदबाजी के लिए आए। रविचंद्रन अश्विन के इस ओवर की चौथी गेंद पर पाकिस्तान के बल्लेबाज शान मसूद ने हवा में ऊंचा शॉट खेल दिया और भारतीय फील्डर्स के पास ये कैच पकड़ने का बड़ा मौका था, लेकिन गेंद ‘स्पाइडर कैमरे’ से टकराकर मैदान पर गिर गई। पाकिस्तान के बल्लेबाज शान मसूद को ‘स्पाइडर कैमरे’ की वजह से उस समय जीवनदान मिल गया, जब वह 31 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।

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PAK टीम को पहुंचा दिया ये बड़ा फायदा

इस घटना के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या को काफी नाराज देखा गया। शान मसूद 42 गेंदों पर 52 रन जड़कर नाबाद रहे। शान मसूद की पारी के दम पर पाकिस्तान ने 20 ओवर में 8 विकेट गंवाकर 159 रन बोर्ड पर लगा दिए। ‘स्पाइडर कैमरे’ की वजह से शान मसूद का कैच छूटने पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या ने गुस्से वाला रिएक्शन दिया था। बता दें कि अगर गेंद स्पाइडर कैमरे पर लगती है, तो गेंद को डेड करार दिया जाता है। इसलिए शान मसूद बच गए।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।