अपने किले चेपॉक पर लौटेगी चेन्नई, धोनी की कप्तानी और स्टोक्स एक्स फैक्टर |

अपने किले चेपॉक पर लौटेगी चेन्नई, धोनी की कप्तानी और स्टोक्स एक्स फैक्टर

अपने किले चेपॉक पर लौटेगी चेन्नई, धोनी की कप्तानी और स्टोक्स एक्स फैक्टर

:   Modified Date:  March 27, 2023 / 06:05 PM IST, Published Date : March 27, 2023/6:05 pm IST

नयी दिल्ली, 27 मार्च ( भाषा ) इंडियन प्रीमियर लीग की दस टीमों में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ प्रशंसकों का एक जज्बाती रिश्ता है और इसका सबसे अहम कारण है कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ।

41 वर्ष के धोनी टीम को चार खिताब दिला चुके हैं और नौ बार फाइनल में ले जा चुके हैं । उनकी मौजूदगी ही विरोधी खेमे को आतंकित करने के लिये काफी है । बतौर पेशेवर क्रिकेटर शायद यह उनका आखिरी सत्र हो सकता है और इसे यादगार बनाने में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे ।

आईपीएल अब ‘होम एंड अवे’ ( अपने और विरोधी टीम के मैदान पर ) प्रारूप में लौट आया है और चेन्नई को अपने गढ चेपॉक पर सात मैच खेलने हैं । पिछले सत्र में प्लेआफ में पहुंचने में नाकाम रही चेन्नई टीम की कप्तानी रविंद्र जडेजा को सौंपी गई थी लेकिन बाद में धोनी को फिर कप्तान बनाया गया । वह जीत के साथ विदा लेने की कोशिश में होंगे ।

आईपीएल में चेन्नई को हलके में लेना मूर्खता होगी और यह सत्र भी अलग नहीं है । इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स अब टीम में है जो एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं ।

ताकत :

बेन स्टोक्स की मौजूदगी से चेन्नई की पार हिटिंग मजबूत होगी । चेपॉक की धीमी पिच पर वह एक या दो शानदार ओवर डाल सकते हैं जो मैच का रूख पलट सकते हैं ।

चेपॉक पर सात घरेलू मैचों में रविंद्र जडेजा और मोईन अली भी काफी प्रभावी साबित हो सकते हैं । बल्लेबाजी में डेवोन कोंवे और रूतुराज गायकवाड़ उपयोगी होंगे जबकि अंबाती रायुडू, स्टोक्स, धोनी और जडेजा मध्यक्रम को मजबूती देंगे ।

कमजोरी :

मुकेश चौधरी चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं जो सीएसके के लिये बड़ा झटका है । दीपक चाहर कमर और हैमस्ट्रिंग की चोट से उबरकर लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं । मैच हालात में उनकी फिटनेस की परख नहीं हो सकी है । वह विश्व कप टीम में जगह बनाने के दावेदार हैं और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे ।

मौका :

तेज गेंदबाजी में युवा सिमरजीत और लसिथ मलिंगा के जैसे एक्शन वाले एम पथीराना के पास अपनी उपयोगिता साबित करने का मौका होगा । धोनी प्रतिभा को परखने में माहिर है और ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ के नियम का बखूबी इस्तेमाल करना जानते हैं । ऐसे में मिशेल सेंटनेर भी उपयोगी रहेंगे ।

खतरा :

सीएसके के सामने सबसे बड़ी चुनौती उसके खिलाड़ियों का उम्रदराज होना है । ऊंचे स्कोर वाले मैचों में रायुडू और अजिंक्य रहाणे दबाव में आ सकते हैं । इसके अलावा टीम के पास अच्छे भारतीय स्पिनर भी नहीं है । जडेजा टी20 में हाल ही में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं ।

भाषा मोना नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)