तुलनायें गलत हो सकती हैं, अपने तरीके से चीजें करना पसंद करता हूं: अश्विन

तुलनायें गलत हो सकती हैं, अपने तरीके से चीजें करना पसंद करता हूं: अश्विन

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:12 PM IST
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Published Date: December 18, 2020 3:04 pm IST
तुलनायें गलत हो सकती हैं, अपने तरीके से चीजें करना पसंद करता हूं: अश्विन

एडीलेड, 18 दिसंबर (भाषा) भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हमेशा अपने साथी खिलाड़ियों से सीखने को तैयार रहते हैं लेकिन सफलता के लिये फार्मूला ढूंढने का उनका अपना तरीका है क्योंकि वह मानते हैं कि ‘विकेट चटकाने के कई तरीके होते’ हैं।

अश्विन ने 55 रन देकर चार विकेट हासिल किये जिसमें स्टीव स्मिथ का अहम विकेट भी शामिल था जिससे भारत को यहां शुरूआती दिन-रात्रि टेस्ट के दूसरे दिन बढ़त हासिल करने में मदद मिली लेकिन वह इसे विदेशों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ‘आंकने’ को तैयार नहीं हैं।

तो क्या जब वह आस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करते हैं तो नाथन लियोन की गेंदबाजी से और जब वह इंग्लैंड में खेल रहे होते हैं तो मोईन अली की गेंदबाजी से मदद लेते हैं?

उन्होंने सवाल करते हुए कहा, ‘‘कभी कभार तुलनायें और जिस तरीके से हम चीजों को देखते हैं, काफी गलत होती हैं। क्या हम बल्लेबाज को जाकर स्टीव स्मिथ की बल्लेबाजी को देखने को कहते हैं कि जब भी हम आस्ट्रेलिया का दौरा करें तो हमेशा इसका दोहराव करें? कोई भी ऐसा एलिस्टर कुक या जो रूट के साथ नहीं करता। ’’

अश्विन ने शुक्रवार को कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी वाकिफ हैं कि हर कोई चीजें अलग अलग तरीके से करता है। निश्चित रूप से आप सीख सकते हो। इसमें कोई रोक-टोक नहीं है। आप हमेशा लोगों से सीख सकते हो कि वे अपना काम किस तरीके से करते हैं। ’’

अश्विन ने कहा कि जब स्पिनर विदेशों में खेलता है तो इन दो चीजों को देखना चाहिए कि कितने रन बचाये और कितने विकेट लिये।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा इस चीज का ध्यान रखा है, विशेषकर जब आप विदेशों में खेलते हो कि चीजें आपके हक में होनी चाहिए क्योंकि आप दो काम कर रहे हो और वो भी परिस्थितियों के खिलाफ कर रहे हो। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मेरा संबंध है तो मैं देखता हूं कि मैं सीख सकूं और इसके लिये प्रयास करता रहता हूं कि मैं यह कर सकूं। लोग इसे किस तरह से लेते हैं, यह उन पर निर्भर करता है। ’’

अश्विन ने कहा कि उनका विदेशों में हमेशा अच्छा प्रदर्शन रहा है, उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप पिछले दो वर्षों को देखो और अगर लोग उन दो खराब मैचों या खराब स्थितियों पर जोर नहीं दें तो पिछले 18 महीने में विदेशों में मेरा प्रदर्शन ठीक ठाक रहा है। ’’

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)