घुड़सवारी टीम ने जीता एतिहासिक स्वर्ण, पाल नौकायन में भी रजत और कांस्य
घुड़सवारी टीम ने जीता एतिहासिक स्वर्ण, पाल नौकायन में भी रजत और कांस्य
हांगझोउ, 26 सितंबर (भाषा) भारत की ड्रेसेज टीम ने मंगलवार को यहां एशियाई खेलों में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा जबकि पाल नौकायन (सेलिंग) में नेहा ठाकुर रजत और इबाद अली कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।
निशानेबाजी में भारत के दिव्यांश पंवार और रमिता जिंदल की जोड़ी हालांकि दस मीटर एयर राइफल मिश्रित स्पर्धा में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गई जबकि जूडो में तुलिका मान को भी कांस्य पदक के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
तैराकी में भारत की चार गुणा 100 मीटर पुरुष मेडले रिले टीम ने दिन में दूसरी बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा लेकिन इसके बावजूद पांचवें स्थान पर रही।
टेनिस में सुमित नागल और अंकिता रैना ने एकल मुकाबलों कें क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई जबकि रामकुमार रामनाथन और रुतुजा भोसले को हार का सामना करना पड़ा। युकी भांबरी और अंकिता की मिश्रित युगल जोड़ी भी जीत दर्ज करने में सफल रही।
भारत पदक तालिका में तीन स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक सहित कुल 12 पदक के साथ छठे स्थान पर चल रहा है। चीन 53 स्वर्ण, 29 रजत और 13 कांस्य पदक सहित कुल 95 पदक के साथ शीर्ष पर है। दक्षिण कोरिया (14 स्वर्ण, 16 रजत, 19 कांस्य) दूसरे जबकि जापान (आठ स्वर्ण, 20 रजत, 19 कांस्य) तीसरे स्थान पर है।
एड्रेनेलिन फिरफोड पर सवार दिव्यकृति सिंह, हृदय विपुल छेडा (चेमक्सप्रो एमरेल्ड) और अनुश अग्रवाला (एट्रो) ने कुल 209.205 प्रतिशत अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जो एशियाई खेलों की घुड़सवारी स्पर्धा में भारत का सिर्फ दूसरा स्वर्ण पदक है।
सुदीप्ति हजेला भी टीम का हिस्सा थी लेकिन सिर्फ शीर्ष तीन खिलाड़ियों के स्कोर गिने जाते हैं।
चीन की टीम 204.882 प्रतिशत अंक के साथ दूसरे स्थान पर रही जबकि हांगकांग ने 204.852 प्रतिशत अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
भारत ने टीम ड्रेसेज स्पर्धा में शीर्ष पर रहकर स्वर्ण पदक के 41 साल के इंतजार को खत्म किया। खेल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत ने ड्रेसेज स्पर्धा में टीम स्वर्ण पदक जीता। भारत ने कांस्य पदक के रूप में ड्रेसेज में पिछला पदक 1986 में जीता था।
भारत ने घुड़सवारी में पिछला स्वर्ण पदक नयी दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों में जीता था।
सत्रह साल की पाल नौकायन खिलाड़ी नेहा ठाकुर ने लड़कियों की डिंगी आईएलसीए-4 स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल किया। इबाद ने पाल नौकायन में पुरूषों के विंडसर्फर आरएस एक्स वर्ग में 52 के नेट स्कोर के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
अली को 14 रेस की स्पर्धा की दूसरी और तीसरी रेस को पूरी नहीं करने का खामियाजा भुगतना पड़ा। इससे उनके कुल 59 अंक में से सात अंक घटा दिये गये। वह रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी से 23 अंक पीछे रहे।
नेहा कुल 32 अंक जुटाए। उनका नेट स्कोर हालांकि 27 अंक रहा जिससे वह थाईलैंड की स्वर्ण पदक विजेता नोपासोर्न खुनबूनजान के बाद दूसरे स्थान पर रहीं।
दिव्यांश और रमिता की मिश्रित युगल जोड़ी कांस्य पदक की दौड़ में दक्षिण कोरिया की जोड़ी से मामूली अंतर से पिछड़ गई। पार्क हाजुन और ली यूंसियो की कोरियाई जोड़ी ने 20-18 से जीत दर्ज की ।
दस मीटर एयर राइफल टीम में रजत और व्यक्तिगत वर्ग में कांस्य जीतने वाली रमिता ने बेहतर प्रदर्शन किया और चार बार 10 . 8 स्कोर किया। दिव्यांश एक ही बार 10 . 8 स्कोर कर सके और दो बार 9.9 तथा 9.8 स्कोर किया ।
दिव्यांश क्वालीफिकेशन दौर में छठे और रमिता आखिरी स्थान पर रही थी ।
महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल वर्ग में मनु भाकर प्रिसिजन में शीर्ष पर थी जबकि ईशा सिंह तीसरे स्थान पर है। रिदम सांगवान 11वें स्थान पर हैं। रेपिड वर्ग के मुकाबले बुधवार को होंगे । भारतीय तिकड़ी प्रिसिजन के बाद 876 अंक लेकर शीर्ष पर है ।
टेनिस में पुरुष एकल में नागल ने दमदार सर्विस करने वाले बीबिट जुकायेव को हराया जबकि महिला एकल में अंकिता ने आसानी से आदित्या पी करुणारत्ने को शिकस्त दी।
ये दोनों खिलाड़ी अगर क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतने में सफल रहे तो उनका पदक पक्का हो जायेगा। टेनिस में सेमीफाइनल हारने वाले खिलाड़ियों को भी कांस्य पदक मिलता है।
पुरुष और महिला एकल के अन्य मैचों में क्रमश: रामकुमार और रुतुजा को हार का सामना करना पड़ा।
कजाखस्तान के जुकायेव ने अपनी सर्विस से नागल को परेशान किया लेकिन भारत के शीर्ष पुरुष एकल खिलाड़ी ने बेहतर नियंत्रण दिखाते हुए तीसरे दौर के मैच में 7-6, 6-4 से जीत दर्ज की। देश की शीर्ष महिला खिलाड़ी अंकिता ने हांगकांग की आदित्या को एकतरफा मुकाबले में 6-1 6-2 से शिकस्त दी।
रैंकिंग में 336वें स्थान पर काबिज रुतुजा को फिलिपींस की अलेक्जेंडर एला (विश्व रैंकिंग 190) ने एक घंटे 51 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6, 6-2 से हराया।
पुरुष एकल में रामकुमार विश्व रैंकिंग में 78वें स्थान पर काबिज जापान के योसुके वतानुकी से दो घंटे और 40 मिनट में 5-7, 7-6, 5-7 से हार गये।
मिश्रित युगल में शीर्ष वरीयता प्राप्त युकी और अंकिता रैना की जोड़ी ने पाकिस्तान के अकील खान और साराह खान की जोड़ी को एकतरफा मुकाबले में 6-0, 6-0 से हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
रुतुजा और करमन कौर थांडी की महिला युगल जोड़ी को हालांकि हार का सामना करना पड़ा। थाईलैंड की अन्चिसा चंता और पुन्निन कोवातितुकतेड की जोड़ी ने एक घंटे 59 मिनट तक चले मुकाबले में भारतीय जोड़ी को 7-5, 6-2 से हराया।
तैराकी में चार गुणा 100 मीटर पुरष मेडले रिले में श्रीहरि नटराज, लिखित सेल्वराज, साजन प्रकाश और तनीश जॉर्ज मैथ्यू की चौकड़ी ने फाइनल में तीन मिनट 40.20 सेकेंड के समय के साथ सुबह के सत्र में शुरुआती दौर की हीट एक में बनाए तीन मिनट 40.84 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार किया।
शिवांगी शर्मा महिलाओं के 100 मीटर फ्रीस्टाइल वर्ग में 17वें स्थान पर रही और फाइनल में नहीं पहुंच सकी । वहीं पलक जोशी महिलाओं की 200 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में 19 तैराकों में 14वें स्थान पर रही।
आर्यन नेहरा और कुशाग्र रावत भी निराश करते हुए पुरुष 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में क्रमश: सातवें और आठवें स्थान पर रहे।
आर्यन ने हालांकि 15 मिनट 20.91 सेकेंड का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने अद्वैत पेज के 2021 में बनाए 15 मिनट 23.66 सेकेंड के रिकॉर्ड में सुधार किया।
इससे पहले आर्यन का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 15 मिनट 29.76 सेकेंड था।
कुशाग्र 15 मिनट 44.61 सेकेंड के साथ अंतिम स्थान पर रहे।
तुलिका जूडो प्रतियोगिता के महिलाओं के 78 किग्रा से अधिक वर्ग के कांस्य पदक के प्ले ऑफ में मंगोलिया की अमाराइखान अदियासुरेन के खिलाफ हार के साथ पदक जीतने से चूक गईं।
राष्ट्रमंडल खेल 2022 की रजत पदक विजेता दिल्ली की 25 साल की तुलिका को अदियासुरेन के खिलाफ इप्पोन से 0-10 से हार का सामना करना पड़ा।
इंदुबाला देवी मोइबाम को महिलाओं के अंडर 78 किग्रा वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की इकुमी ओएदा के खिलाफ इप्पोन से 0-10 हार का सामना करना पड़ा।
भारत पुरुष 100 किग्रा वर्ग में दुर्भाग्यशाली रहा जब अवतार सिंह चोट लगने के कारण क्वार्टर फाइनल और रेपेचेज मुकाबले से हट गए।
मुक्केबाज सचिन सिवाच (57 किग्रा) और नरेंदर बेरवाल (92 किग्रा से अधिक ) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रमशः प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
सचिन ने इंडोनेशिया के असरी उदिन पर 5-0 से जीत दर्ज की जबकि नरेंदर ने किर्गिस्तान के एलचोरो उलू ओमाटबेक को पहले राउंड में ही नॉकआउट कर दिया।
भारत की पुरुष और महिला स्क्वाश टीमों ने टीम स्पर्धा में आसान जीत के साथ अपने अभियान का शानदार आगाज किया।
अनुभवी जोशना चिनप्पा, 15 साल की अनाहत सिंह और तन्वी खन्ना की तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय महिला टीम ने पूल बी के अपने शुरुआती मैच में पाकिस्तान को 3-0 से मात दी जबकि पुरुष टीम ने सिंगापुर और कतर को सामान 3-0 के अंतर से हराया। पुरुष टीम में सौरव घोषाल, अभय सिंह और महेश मनगांवकर शामिल है।
शतरंज में पुरुषों की व्यक्तिगत स्पर्धा में तीसरी वरीयता प्राप्त ग्रैंडमास्टर विदित गुजराती सातवें दौर में चीन के शीर्ष वरीय वेई यी से हार गये।
इस हार के बावजूद यह 28 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी सात दौर के बाद पांच अंक लेकर संयुक्त दूसरे स्थान पर है। वह वेई यी से आधा अंक पीछे हैं।
एक अन्य भारतीय खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी ने सातवें दौर में इंडोनेशिया के नोवेंद्र प्रियास्मोरो को हराया। उनके 4.5 अंक हैं और वह तीन अन्य खिलाड़ियों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
महिला वर्ग में कोनेरू हम्पी और डी हरिका दोनों के समान 4.5 अंक हैं और वे तीसरे स्थान पर काबिज होउ यिफान (चीन) और बिबिसारा असौबायेवा (कजाकिस्तान) से आधा अंक पीछे हैं।
भारत की स्टार तलवारबाज भवानी देवी ने एशियाई खेलों में महिलाओं की साबरे स्पर्धा में शानदार शुरूआत की लेकिन क्वार्टर फाइनल में चीन की याकी शाओ से 7-15 से हार गई ।
तलवारबाजी में सेमीफाइनल में पहुंचने पर कांस्य पक्का हो जाता है लेकिन भवानी देवी की किस्मत खराब थी कि उनका सामना क्वार्टर फाइनल में ही 2018 एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता से हो गया। वह अपने पूल में शीर्ष पर रहकर प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी ।
भारतीय पुरुष वॉलीबॉल टीम मंगलवार को यहां चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ 0-3 की शिकस्त के साथ एशियाई खेलों में छठे स्थान पर रही।
पाकिस्तान की टीम ने तीनों सेट में दबदबा बनाया और भारत को सिर्फ एक घंटे 14 मिनट में 25-21 25-20 25-23 से शिकस्त दी।
भारत के ईस्पोर्ट्स खिलाड़ी अयान बिस्वास और मयंक प्रजापति स्ट्रीट फाइटर नॉकआउट दौर में हारकर बाहर हो गए ।
अयान को अंतिम 16 में हांगकांग के येह मान हो ने हराया जबकि प्रजापति अंतिम 32 में हार गए।
भाषा
सुधीर पंत
पंत

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