सुधार के लिए सीख को आत्मसात करना महत्वपूर्ण है: शेफाली वर्मा
सुधार के लिए सीख को आत्मसात करना महत्वपूर्ण है: शेफाली वर्मा
विशाखापत्तनम, 23 दिसंबर (भाषा) श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में 34 गेंद में नाबाद 69 रन की आक्रामक पारी के बूते भारत को आसान जीत दिलाने वाली युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा कि खेल के दौरान मिली सीख को स्वीकार करने से उन्हें खुद को बेहतर करने में मदद मिली है।
भारत ने शेफाली की आक्रामक पारी से जीत के लिए मिले 129 रन के लक्ष्य को 49 गेंद शेष रहते महज तीन विकेट गंवा कर हासिल कर लिया।
‘प्लेयर ऑफ द मैच’ शेफाली ने पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ आज मैंने सीखा कि मैं गेंद को बिना हवा में खेले भी रन बना सकती हूं। यह खेल आपको काफी कुछ सिखाता है। इन सभी सीख को स्वीकार करना अहम है। मुझे लगता है कि खेल में सुधार का यही एकमात्र तरीका है।’’
शेफाली ने वनडे विश्व कप के दौरान भारतीय टीम में वापसी कर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में मैच जीतने वाली पारी खेली थी। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला में अपनी लय जारी रखी।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में गेंद थोड़ी रुक कर आ रही थी। मैने मैदानी शॉट खेलते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। कोच अमोल सर ने मुझे क्रीज पर समय बिताने को कहा था और बल्लेबाजी के समय मुझे उनकी बातें याद थी।’’
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस जीत का श्रेय गेंदबाजों के प्रदर्शन को दिया।
उन्होंने कहा ‘‘ मैं गेंदबाजों के प्रदर्शन से काफी खुश हूं। गेंदबाजों ने जिम्मेदारी ली और हमें मजबूत स्थिति में पहुंचाया।’’
उन्होंने स्नेह राणा की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘हमें पता है कि राणा टीम के लिए कितनी अहम है। दीप्ति (शर्मा) लंबे समय से शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। आज वैष्णवी की गेंदबाजी से भी मैं बहुत खुश हूं, पिछले मैच में हम उनसे जुड़ा एक मौका चूक गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ शेफाली और बाकी बल्लेबाजों ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। बल्लेबाजी के दौरान मानक तय करने को लेकर हमारी बातचीत हुई है और हर कोई सकारात्मक मानसिकता के साथ आगे बढ़ रहा है।’’
भाषा आनन्द सुधीर
सुधीर

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