आईओए चुनावों में उपाध्यक्ष का निर्विरोध चुना जाना तय |

आईओए चुनावों में उपाध्यक्ष का निर्विरोध चुना जाना तय

आईओए चुनावों में उपाध्यक्ष का निर्विरोध चुना जाना तय

:   Modified Date:  December 3, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : December 3, 2022/8:38 pm IST

नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) छह बार के शीतकालीन ओलंपियन शिव केशवन ने शनिवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के चुनाव से पहले कार्यकारी परिषद के सदस्य पद के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।

भारतीय नौकायन महासंघ ( रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) की अध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव को 10 दिसंबर को होने वाले चुनावों में उपाध्यक्ष (महिला) पद के लिए निर्विरोध चुना जाएगा क्योंकि भारतीय बैडमिंटन संघ की अलकनंदा अशोक ने नाम वापसी के आखिरी दिन इन चुनावों से हटने का फैसला किया।

केशवन ने कार्यकारी परिषद के आम सदस्यों के चार पदों में से एक के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था। उन्होंने शीतकालीन खेलों के उम्मीदवारों के बीच ‘मतों के विभाजन’ से बचने के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।

भारतीय आइस स्केटिंग संघ के अमिताभ शर्मा और भारतीय आइस हॉकी संघ के हरजिंदर सिंह भी कार्यकारी परिषद के सदस्यों के उम्मीदवार हैं।

भारतीय ल्यूज महासंघ के प्रतिनिधि केशवन ने कहा, ‘‘ मैंने चुनाव से हटने का फैसला किया क्योंकि शीतकालीन खेलों से तीन लोगों को रखने का कोई मतलब नहीं है। इससे मत बंट जाते।’’

कार्यकारी परिषद के लिए नामांकन करने वाले तीन अन्य उम्मीदवार शालिनी ठाकुर चावला, प्रशांत कुशवाहा और दिग्विजय चौटाला भी चुनाव से हट गए।

इन उम्मीदवारों की नाम वापसी के बाद कार्यकारिणी परिषद में चार पदों के लिए सिर्फ आठ प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।

निर्वाचक मंडल में अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) का प्रतिनिधित्व करने वाली शालिनी ने  संयुक्त सचिव (महिला) के पद के लिए भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली, जिससे इस पद के लिए  अलकनंदा अशोक और भारतीय नेटबॉल महासंघ की सुमन कौशिक के बीच सीधा मुकाबला होगा।

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे चुनाव में संयुक्त सचिव (पुरुष) के अन्य पद के लिए निर्विरोध चुने जाएंगे।

आईओए चुनाव में एक संयुक्त सचिव (महिला) और चार कार्यकारी परिषद सदस्यों के लिए मतदान होगा।

नवगठित आईओए एथलीट आयोग के सदस्य केशवन ने कहा कि उन्हें आश्वासन मिला है कि चुनाव के बाद शीतकालीन खेलों के लिए अलग आयोग का गठन किया जाएगा।

पुरुष एकल ल्यूज में छह शीतकालीन ओलंपिक (1998, 2002, 2006, 2010, 2014 और 2018) में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले केशवन ने कहा, ‘‘ मुझे आश्वासन मिला है कि चुनाव के बाद आईओए शीतकालीन खेलों के लिए एक अलग आयोग का गठन करेगा। जब तक शीतकालीन खेलों के हित को पूरा किया जाता है, मैं संतुष्ट हूं।’’

पूर्व दिग्गज पीटी उषा आईओए की पहली महिला अध्यक्ष बनने के लिए तैयार हैं क्योंकि वह शीर्ष पद के लिए अकेली उम्मीदवार हैं।

कई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता 58 साल की उषा 1984 के ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं थी।

खेल के अपने सुनहरे दिनों की शीर्ष धाविका उषा को आईओए के एथलीट आयोग द्वारा उत्कृष्ट खिलाड़ी (एसओएम) के तौर पर आठ में एक सदस्य में रूप में भी चुना गया है, जिससे वह निर्वाचक मंडल की सदस्य बनी।

वह आईओए के 95 साल के इतिहास में इसका नेतृत्व करने वाली पहली ओलंपियन और पहली अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता भी बनेंगी। एशियाई एथलेटिक्स में दबदबा बनाने के बाद उन्होंने 2000 में खेलों को अलविदा कहा था।

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अजय पटेल का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनना तय है क्योंकि वे इस पद के अकेले उम्मीदवार भी हैं।

भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव को कोषाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना जाएगा।

ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और तीरंदाज डोला बनर्जी कार्यकारी परिषद में आठ एसओएम के पुरुष और महिला प्रतिनिधि होंगे।

उम्मीदवारों की अंतिम सूची रविवार को प्रकाशित होगी।

आईओए के चुनाव उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त सेवानिवृत्त न्यायाधीश एल नागेश्वर राव की देखरेख में उनके द्वारा तैयार किए गए नये संविधान के तहत हो रहे हैं। आईओए ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से मंजूरी मिलने के बाद 10 नवंबर को नया संविधान अपनाया।

आईओए के 77 सदस्यीय निर्वाचन मंडल में लगभग 25 प्रतिशत पूर्व एथलीट हैं जिनमें ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू, गगन नारंग, साक्षी मलिक, योगेश्वर दत्त और एम एम सौम्या सहित वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं।

भाषा आनन्द नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)