आरसीबी के स्पिनरों को देखकर सीख ली : अश्विन

आरसीबी के स्पिनरों को देखकर सीख ली : अश्विन

आरसीबी के स्पिनरों को देखकर सीख ली : अश्विन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:29 pm IST
Published Date: October 16, 2020 6:16 am IST

शारजाह, 16 अक्टूबर (भाषा) किंग्स इलेवन पंजाब के स्पिनर मुरूगन अश्विन ने कहा कि सही लेंथ पर गेंदबाजी करने से वह इंडियन प्रीमियर लीग मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सफल रहे और इसकी सीख उन्हें पिछले मैच में अपनी इस प्रतिद्वंद्वी टीम के गेंदबाजों को देखकर ही मिली।

अश्विन ने खतरनाक आरोन फिंच और वाशिंगटन सुंदर के विकेट लिये तथा चार ओवर में केवल 23 रन दिये। किंग्स इलेवन ने गुरुवार को खेला गया यह मैच आठ विकेट से जीता।

इस 30 वर्षीय गेंदबाज ने आरसीबी की कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ 82 रन से जीत के दौरान युजवेंद्र चहल और सुदंर की गेंदबाजी का विश्लेषण किया जिससे उन्हें शारजाह के अपेक्षाकृत छोटे मैदान पर सही लेंथ हासिल करने में मदद मिली।

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अश्विन ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘गेंद बल्ले पर थोड़ा रुककर आ रही थी। यह सहीं लेंथ पर गेंद करने से जुड़ा था। आरसीबी ने जो पिछला मैच खेला था मैंने उसे देखा था। मैंने इस पर गौर किया था उनके स्पिनर किस तरह से गेंदबाजी कर रहे हैं। मैंने उससे सीख ली। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सही लेंथ पर गेंदबाजी करना चाहता था और जितना संभव हो दोनों तरफ टर्न करना चाहता था। ’’

चहल ने केकेआर के खिलाफ मैच में चार ओवर में 12 जबकि सुंदर ने 20 रन दिये थे।

अश्विन ने कहा कि छोटे मैदान पर गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनौतीपूर्ण है और आपको इसे स्वीकार करना होगा। आपको इससे तालमेल बिठाना होगा और हमने अभ्यास में ऐसा ही किया। ’’

आरसीबी के आलराउंडर क्रिस मौरिस ने भी अपने कप्तान विराट कोहली की तरह कहा कि दायें और बायें हाथ का संयोजन बनाकर लेग स्पिनरों का सामना करने के उद्देश्य से ही एबी डिविलियर्स को बल्लेबाजी क्रम में नीचे भेजा गया।

उन्होंने कहा, ‘‘दायें और बायें हाथ के बल्लेबाज की क्रीज पर मौजूदगी से लगातार सही लाइन से गेंद करना मुश्किल होता है। आखिर में विकेट धीमा पड़ता जा रहा था। हमें लगा कि हमने पर्याप्त रन बनाये हैं लेकिन हमने कुछ आसान चौके दिये। हमारी रणनीति थोड़ा गलत साबित हुई लेकिन तब भी हमने मैच आखिरी गेंद तक खींचा। ’’

भाषा

पंत

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