ओलंपिक जाने वाले पहलवानों का शिविर रद्द, अभ्यास और प्रतिस्पर्धा के लिए जाएंगे यूरोप

ओलंपिक जाने वाले पहलवानों का शिविर रद्द, अभ्यास और प्रतिस्पर्धा के लिए जाएंगे यूरोप

ओलंपिक जाने वाले पहलवानों का शिविर रद्द, अभ्यास और प्रतिस्पर्धा के लिए जाएंगे यूरोप
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: May 15, 2021 12:55 pm IST

… अमनप्रीत सिंह…

नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके आठ भारतीय पहलवानों के लिए सोनीपत में प्रस्तावित शिविर को कड़े पृथकवास नियमों के कारण रद्द कर दिया गया है लेकिन राष्ट्रीय महासंघ ने खिलाड़ियों के लिए यूरोप के शहरों में प्रशिक्षण का इंतजाम किया है जहां वे अपने पंसद के जोड़ीदार के साथ अभ्यास करेंगे। पुरूष और महिला पहलवानों को मंगलवार को बहलगढ़ स्थिल साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) केंद्र में इकट्ठा होना था। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा तैयार की गयी नयी योजना के मुताबिक ये सभी मई के आखिरी सप्ताह में वारसॉ (पोलैंड) रवाना होंगे। पोलैंड की राजधानी में आठ से 13 जून तक तोक्यो खेलों से पहले रैंकिंग श्रृंखला की आखिरी प्रतियोगिता का आयोजन होगा। पहलवानों के पास कुछ अहम रैंकिंग अंक अर्जित करने का मौका होगा, जिससे उन्हें ओलंपिक में बेहतर ड्रा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने बहलगढ़ में एक शिविर की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें पृथकवास के दौरान 14 दिनों तक प्रशिक्षण की अनुमति नहीं थी। इसलिए हमने सोचा कि बेहतर होगा कि वे अपने-अपने ‘अखाड़ों’ में अभ्यास करे और फिर पोलैंड की यात्रा करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी पहलवानों को अभ्यास के लिए उनकी पसंद के एक साथी के साथ यात्रा करने की अनुमति भी दे रहे हैं। विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, रवि दहिया और दीपक पुनिया जैसे कुछ लोगों के साथ उनके निजी कोच भी होंगे।’’ डब्ल्यूएफआई ने पोलैंड के कुश्ती संघ से भारतीय पहलवानों को अगले महीने वारसॉ में होने वाले टूर्नामेंट से पहले प्रशिक्षण शिविर के लिए उनकी सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति मांगी है। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद भारतीय पहलवान एक और प्रशिक्षण शिविर के लिए वारसॉ में रहेंगे, जिसका आयोजन पोलैंड के संघ द्वारा किया जा रहा है। वारसॉ के बाद भारतीय दल अभ्यास शिविर के लिए हंगरी और फिर तुर्की जाएगा। तुर्की में वे यासर डोगु प्रतियोगिता (25 से 27 जून) में भाग लेने के बाद जुलाई में भारत वापस लैटेंगे। विनेश पहले से ही हंगरी के अपने कोच वोलेर अकोस के साथ विदेश में हैं। वह वहां से सीधे पोलैंड पहुंचेंगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या युवा पहलवान सोनम मलिक (महिला 62 किग्रा) और सुमित मलिक (पुरुष 125 किग्रा) करीब 40 दिनों की यात्रा का हिस्सा होंगे या नहीं। ये दोनों घुटने की चोट से उबर रहे हैं। तोमर ने कहा, ‘‘ यात्रा के सारे इंतजाम करने में करीब 10 दिन और लगेंगे, इसलिए उम्मीद है कि वे चोटों से उबर कर इसका हिस्सा बन सकेंगे।’’ भाषा आनन्द सुधीरसुधीर

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