अबुधाबी: अनुशासित गेंदबाजी और जोस बटलर के अर्धशतक से राजस्थान रॉयल्स ने सोमवार को यहां चेन्नई सुपर किंग्स पर 15 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट से जीत दर्ज करके इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में जहां अपनी उम्मीदें बरकरार रखी, वहीं महेंद्र सिंह धोनी की टीम पर पहली बार प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाने का खतरा गहरा दिया। बता दें कि चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी का फैसला करके पांच विकेट पर 125 रन ही बना पाया।
जोफ्रा आर्चर की अगुवाई में कसी हुई गेंदबाजी का शानदार नजारा पेश करके राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में सोमवार को यहां पांच विकेट पर 125 रन ही बनाने दिये। चेन्नई की तरफ से रविंद्र जडेजा (30 गेंदों पर 35) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (28 गेंदों पर 28) ही कुछ योगदान दे पाये। आर्चर ने 20 रन देकर एक विकेट लिया जबकि स्टीव स्मिथ ने पहले 15 ओवर में ही अपने स्पिनरों का कोटा खत्म करवा दिया था। श्रेयस गोपाल (14 रन देकर एक) और राहुल तेवतिया (18 रन देकर एक) ने मिलाकर आठ ओवर में 32 रन देकर दो विकेट लिये और चेन्नई के बल्लेबाजों को दबाव में रखा।
आईपीएल में 200 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बने धोनी का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला एकबारगी उल्टा दांव चलने जैसा लगा क्योंकि 10 ओवर तक स्कोर तक चार विकेट पर 56 रन। अब तक टीम की तरफ से रन बनाने वाले प्रमुख बल्लेबाज शेन वाटसन और फाफ डुप्लेसिस के अलावा सैम कुरेन और अंबाती रायुडु भी पवेलियन में विराजमान थे।
रॉयल्स के गेंदबाजों की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने परिस्थितियों का फायदा उठाकर चेन्नई के बल्लेबाजों को शुरू से दबाव में रखा। पिच धीमी थी लेकिन उससे असमान उछाल भी मिल रही थी जिससे बल्लेबाज सामंजस्य नहीं बिठा पाये। जोस बटलर ने डुप्लेसिस (10) का खूबसूरत कैच लिया लेकिन बेन स्टोक्स पर लगाये गये एक छक्के को छोड़कर कुरेन (22) आत्मविश्वास में नहीं दिखे। वाटसन (आठ) और रायुडु (13) ने आसान कैच दिये।
धोनी और जडेजा अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाये। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिये 51 रन जोड़े लेकिन इसके लिये 46 गेंदें खेली। चेन्नई के पास विकेट बचे हुए थे, इसके बावजूद उसने आखिरी पांच ओवरों में केवल 36 रन बनाये। चेन्नई की पूरी पारी में 12 चौके और एक छक्का लगा। इनमें से चार चौके जडेजा ने लगाये।