खिलाड़ियों के अधिक संख्या में अभ्यास पर लौटने के लिये साइ ने पृथकवास नियमों में संशोधन किया | Sai amends separation rules to return to practice in large number of players

खिलाड़ियों के अधिक संख्या में अभ्यास पर लौटने के लिये साइ ने पृथकवास नियमों में संशोधन किया

खिलाड़ियों के अधिक संख्या में अभ्यास पर लौटने के लिये साइ ने पृथकवास नियमों में संशोधन किया

खिलाड़ियों के अधिक संख्या में अभ्यास पर लौटने के लिये साइ ने पृथकवास नियमों में संशोधन किया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:16 pm IST
Published Date: January 23, 2021 1:03 pm IST

नयी दिल्ली, 23 जनवरी ( भाषा ) ओलंपिक की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के अभ्यास में कोई कमी नहीं रह जाये, यह सुनिश्चित करने के लिये भारतीय खेल प्राधिकरण ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं से अभ्यास केंद्रों पर लौट रहे खिलाड़ियों के पृथकवास के नियमों में बदलाव किया है ।

साइ ने पिछले साल 11 सितंबर और तीन दिसंबर को जारी मानद संचालन प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि साइ केंद्रों पर प्रशिक्षण शिविरों में लौट रहे खिलाड़ी सुरक्षा से समझौता किये बिना अभ्यास जारी रख सकें ।

साइ ने एक बयान में कहा कि यह कदम इसलिये उठाया गया ताकि खिलाड़ियों के अभ्यास कार्यक्रम में निरंतरता बनी रहे ।

खिलाड़ी अपना अभ्यास जारी रख सकंगे हालांकि पहले सात दिन और आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव आने तक उन्हें बायो बबल में रहने वाले खिलाड़ियों से अलग रहना होगा ।

तोक्यो ओलंपिक में अब छह महीने ही रह गए हैं और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय स्पर्धायें बहाल हो रही है , ऐसे में खिलाड़ियों को ओलंपिक क्वालीफिकेशन और लय बनाये रखने के लिये प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेना ही होगा ।

साइ ने कहा ,‘‘हर बार प्रतिस्पर्धा से आने पर उन्हें सात दिन पृथकवास में रहने के लिये कहने से उनकी तैयारी पर विपरीत असर पड़ेगा । ’’

साइ ने अपने सभी केंद्रों के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं से लौट रहे खिलाड़ियों के लिये अलग होस्टल या होस्टल ब्लॉक बनाया जाये जब तक उनका आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव नहीं आ जाता ।

उनसे ऐसा शेड्यूल बनाने को कहा गया है कि प्रतिस्पर्धाओं से लौटने वाले खिलाड़ी जिम, मैदान और खेल विज्ञान सुविधााओं का पूरा प्रयोग कर सकें और सुरक्षा से कोई समझाौता नहीं होने पाये ।

उनके खाने पीने की भी अलग व्यवस्था करने के लिये कहा गया है ।

भाषा

मोना नमिता

नमिता

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