शरत ने पीठ के गंभीर दर्द के साथ अपने जीवन के ‘सर्वश्रेष्ठ दो सप्ताह’ का लुत्फ उठाया

शरत ने पीठ के गंभीर दर्द के साथ अपने जीवन के ‘सर्वश्रेष्ठ दो सप्ताह’ का लुत्फ उठाया

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  • Publish Date - August 8, 2022 / 09:45 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:16 PM IST

बर्मिंघम, आठ अगस्त (भाषा) तीन दिनों के अंदर 12 थकाऊ मैच खेलने के बाद राष्ट्रमंडल खेलों के भारतीय नायक टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल को मीडिया से बातचीत के दौरान बैठने के लिए कुर्सी का सहारा लेना पड़ा।

एक के बाद एक लगातार कई मैच खेलने वाले 40 साल के शरत ने इन खेलों में तीन स्वर्ण और एक रजत पदक अपने नाम किया।

राष्ट्रमंडल खेलों में 16 साल पहले पदार्पण पर अपना पहला स्वर्ण जीतने वाले इस दिग्गज के लिए बर्मिंघम में उस सफलता को दोहराने के बाद भावनाओं पर काबू रखना मुश्किल था। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे पास कोई ताकत नहीं बची है। मैं पूरी  तरह से निचोड़ा हुआ महसूस कर रहा हूं। मुझे वैसा ही लग रहा है जैसा की संतरे का पूरा रस निकलने के बाद होता है। लेकिन मेरे लिये यह दो सप्ताह शानदार रहे।’’

शरत पर अलग-अलग वर्गों में एक के बाद एक कई मैच के कारण थकान हावी था और वह अपनी नींद भी पूरी नहीं कर पा रहे थे। पुरुष एकल फाइनल से पहले उनकी पीठ में तेज दर्द होने लगा लेकिन सफलता की ललक ने उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित किया।

उम्र को धता बताने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘यहां कई खिलाड़ी भी मुझसे पूछ रहे थे कि जब भी मैं खेलता हूं तो मैं हर बार एक नया स्ट्रोक कैसे जोड़ पाता हूं। मेरे पास इसका उचित जवाब नहीं है, मैं केवल इतना कह सकता हूं कि यह आसान नहीं है।’’

इन खेलों में कुल 13 पदक जीतने वाले शरत ने कहा, ‘‘  मैं 40 साल की उम्र में जो करने में सक्षम हूं वह अविश्वसनीय है। मैं कल मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक के बाद खुद से पूछ रहा था कि अब भी इस तरह कैसे खेल पा रहा हूं।’’

पेरिस ओलंपिक में खेलने की तैयारी कर रहे शरत ने कहा, ‘‘ ये शायद मेरे अब तक के करियर का सर्वश्रेष्ठ खेल हैं। अब तक के सबसे अच्छे दो सप्ताह हैं। मैं 40 वर्ष का हूं। इससे ज्यादा मैं खुद के लिए क्या सोच सकता हूं।’’

भाषा आनन्द मोना

मोना