निशानेबाजी विश्व कप फाइनल में सुरुचि ने स्वर्ण और संयम ने रजत पदक जीता

निशानेबाजी विश्व कप फाइनल में सुरुचि ने स्वर्ण और संयम ने रजत पदक जीता

निशानेबाजी विश्व कप फाइनल में सुरुचि ने स्वर्ण और संयम ने रजत पदक जीता
Modified Date: December 6, 2025 / 07:19 pm IST
Published Date: December 6, 2025 7:19 pm IST

दोहा, छह दिसंबर (भाषा) प्रतिभाशाली निशानेबाज सुरुचि सिंह ने एक और शानदार प्रदर्शन हुए महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जबकि उनकी साथी संयम ने रजत पदक हासिल किया जिससे भारत ने सत्र के आखिर में होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल के पहले दिन शानदार शुरुआत की।

दिन में पहले 10 मीटर राइफल निशानेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद सुरुचि ने फाइनल में 245.1 का शानदार स्कोर बनाकर स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए दिन चमका दिया। वहीं पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन संयम ने 243.3 के स्कोर के साथ देश के लिए रजत पदक पक्का किया।

दो बार की ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मनु भाकर फाइनल में पहुंची लेकिन 179.2 के स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर रहीं।

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इस साल की शुरुआत में लगातार चार विश्व कप स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुरुचि सितंबर-अक्टूबर में विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर थीं। वह शानदार फॉर्म में थीं और उन्होंने 586 के कुल स्कोर के साथ 12 निशानेबाजों के एलीट ग्रुप में क्वालिफिकेशन दौर में दूसरा स्थान हासिल किया।

भाकर (578) छठे स्थान पर रहीं जबकि 2023 की जूनियर विश्व चैंपियन संयम (573) क्वालिफिकेशन में आठवें स्थान पर रहने के बाद मुश्किल से फाइनल में पहुंच पाईं।

हालांकि फाइनल में 21 साल की संयम बिल्कुल अलग रंग में दिखीं। वह फाइनल के बड़े हिस्से में सबसे आगे रहीं लेकिन एलिमिनेशन दौर में चार बार 9.5 का स्कोर से शीर्ष स्थान सुरुचि को गंवा बैठीं।

झज्जर (मनु भाकर भी इसी जिले की हैं) के एक हवलदार की बेटी सुरुचि को स्वर्ण पदक के लिए 5,000 यूरो मिले जबकि संयम को 4,000 यूरो का चेक मिला।

भारत के पूर्व विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष पाटिल और पेरिस ओलंपिक फाइनल तक पहुंचे अर्जुन बबूता पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में क्रमशः चौथे और छठे स्थान पर रहे।

इलावेनिल वलारिवन भी महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में पिछड़ गईं। वह क्वालिफिकेशन दौर में नौवें स्थान पर रहीं और आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह नहीं बना पाईं।

2022 के विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष ने इस सत्र में ब्यूनस आयर्स में विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर अच्छा प्रदर्शन किया था। वह 631.9 के स्कोर के साथ क्वालिफिकेशन दौर में चौथे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंचे।

बबूता ने 633.3 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहकर आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में रुद्रांक्ष ने 209.9 का स्कोर बनाया।

स्वीडन के पूर्व विश्व चैंपियन विक्टर लिंडग्रेन ने 253.0 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक और 5,000 यूरो की पुरस्कार राशि जीती। पेरिस ओलंपिक में दो स्वर्ण पदक के विजेता चीन के शेंग लिहाओ ने 252.6 के स्कोर से रजत पदक और 4,000 यूरो की राशि जीती।

एक और दिग्गज हंगरी के इस्तवान पेनी ने कांस्य पदक जीता।

काहिरा में वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली इलावेनिल आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह नहीं बना पाईं। वह क्वालिफिकेशन में 630 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहीं।

ट्रैप में विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता जोरावर संधू 12 निशानेबाजों में नौवें स्थान पर रहे। यह अनुभवी निशानेबाज शॉटगन प्रतियोगिता में भारत से एकमात्र निशानेबाज हैं।

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द


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