तोक्यो ओलंपिक के खेल गांव जैसा कोई खेल गांव नहीं

तोक्यो ओलंपिक के खेल गांव जैसा कोई खेल गांव नहीं

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  • Publish Date - June 20, 2021 / 02:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:32 PM IST

तोक्यो, 20 जून (एपी) कोविड-19 महामारी के कारण एक साल के विलंब के बाद 23 जुलाई से होने वाला तोक्यो ओलंपिक किसी अन्य ओलंपिक की तरह नहीं होगा लेकिन इसका खेल गांव काफी विशिष्ट होगा।

इसमें ‘फीवर क्लिनिक’ से शुरूआत करते हैं जो तोक्यो बे में फैले विशाल गांव में अलग अलग कमरों का परिसर है। यहीं पर कोविड-19 के संदिग्ध खिलाड़ियों और स्टाफ का पीसीआर परीक्षण किया जायेगा।

निश्चित रूप से यह ऐसी जगह है जहां कोई खिलाड़ी या अधिकारी जाना नहीं चाहेगा। खेल गांव में विशाल डाइनिंग हॉल, फिटनेस सेंटर और एक विशेष ‘कैजुअल डाइनिंग’ क्षेत्र है जहां पर जापान के मशहूर लजीज पकवान परोसे जायेंगे जिसमें ओकोनोमियाकी से लेकर चावल से गोल गोल गेंदनुमा बना पकवान और टेपानायाकी शामिल हैं।

खेल गांव में खिलाड़ियों का रोज परीक्षण किया जायेगा और गांव में जांच में कोई भी गड़बड़ी खिलाड़ियों या स्टाफ को डा तेतसुया मियामोटो के पास पहुंचा देगी जो आयोजन समिति के चिकित्सा विभाग के सीनियर निदेशक हैं।

डा मियामोटो ने रविवार को हुए मीडिया टूर के बाद कहा, ‘‘अगर वे पॉजिटिव पाये जाते हैं तो उन्हें यहां लाया जायेगा। उस व्यक्ति के कई परीक्षण किये जायेंगे। अगर उनके कोई लक्षण नहीं हैं या फिर मामूली लक्षण हैं तो उन्हें गांव के बाहर पृथक होटल में रखा जायेगा। जो गंभीर मामले होंगे, उन्हें अस्पताल भेजा जायेगा। ’’

खेल गांव विशाल है और तोक्यो बे में नव निर्मित अपार्टमेंट ब्लॉक हैं जिन्हें ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के खत्म होने के बाद बेच दिया जायेगा।

खेल गांव अधिकारिक रूप से 13 जुलाई को ओलंपिक शुरू होने से महज 10 दिन पहले खोला जायेगा। खिलाड़ियों के लिये मास्क पहनना अनिवार्य होगा, भले ही उनका टीकाकरण हो चुका है और उन्हें बार बार सामाजिक दूरी, हाथ धोने और कमरों को खुला रखने की सलाह की जायेगी।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति कह चुकी है कि खेल गांव में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोगों का पूर्ण टीकाकरण होगा।

एपी नमिता पंत

पंत