टीटीएफआई की ओलंपिक टिकटधारियों के लिए शिविर की योजना, खिलाड़ी निजी अभ्यास के पक्ष में

टीटीएफआई की ओलंपिक टिकटधारियों के लिए शिविर की योजना, खिलाड़ी निजी अभ्यास के पक्ष में

  •  
  • Publish Date - June 7, 2021 / 03:34 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:21 PM IST

… भरत शर्मा …

नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों की तैयारी सही दिशा में बढ़ती नहीं दिख रही है क्योंकि जी साथियान और मनिका बत्रा जैसे बड़े खिलाड़ियों ने 20 जून से सोनीपत में प्रस्तावित अभ्यास शिविर के लिए अपनी अनुपलब्धता की पुष्टि की है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते देश के कई हिस्सों में लागू प्रतिबंधों के कारण खिलाड़ियों की तैयारियां पहले से ही प्रभावित हैं। जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक के लिए देश के शीर्ष खिलाड़ी शिविर की जगह अपने व्यक्तिगत कोचों के साथ काम करना पसंद कर रहे हैं। यह हालांकि टीम के नजरिये से अच्छा नहीं है। इस साल मार्च में चार खिलाड़ियों शरत कमल, जी साथियान, मनिका बत्रा और सुतीर्थ मुखर्जी ने क्वालीफिकेशन हासिल किया था लेकिन देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने उन्हें व्यक्तिगत अभ्यास तक सीमित कर दिया। अपने चौथे ओलंपिक में भाग लेने के लिए तैयार शरत को डेनमार्क में प्रशिक्षण के लिए वीजा नहीं मिला और इसलिए वह टीम के माहौल में अभ्यास की उम्मीद कर रहे हैं। अगर मनिका अभ्यास के लिए नहीं आती है तो शरत की तैयारी अधूरी रहेगी। एकल वर्ग में भारतीय खिलाड़ियों से ज्यादा उम्मीदें नहीं है लेकिन मिश्रित युगल में अच्छा मौका है। टीटीएफआई के सलाहकार एमपी सिंह ने पीटीआई से कहा, ‘‘ तैयारियां आदर्श नहीं रही हैं लेकिन महामारी के बीच आप इसमें ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। अब हम 15 दिवसीय शिविर के लिए साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। इसे एक-दो दिन में मिल जाना चाहिए।’’ मनिका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे टीटीआईएफ कार्यालय से सूचित किया गया है कि मनिका पुणे में अपने कोच के साथ अभ्यास जारी रखना चाहती है। अगर शीर्ष खिलाड़ी शिविर में नहीं आना चाहेंगे तो हम देखेंगे की शिविर की जरूरत भी है या नहीं। हम चाहते है कि सभी खिलाड़ी शिविर में आये।’’ साथियान ने भी पीटीआई-भाषा को बताया कि वह चेन्नई में अभ्यास करना चाहते है। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे कोच (एस रमन) यहां हैं और अनिर्बान घोष मेरा एक अच्छा साथी है। साथ ही इस समय यात्रा करने में भी खतरा है। इसलिए, मैं ओलंपिक के लिए तैयार रहने के लिए यही अभ्यास करना पसंद करूंगा। पहली बार ओलंपिक में भाग लेने की तैयारी कर रहे इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ कोविड-19 के कारण हमारी तैयारी आदर्श नहीं रही है लेकिन हमारे पास जो भी समय है, हमें उसका सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल करना है। मैं चेन्नई में अभ्यास को लेकर सहज हूं।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ कुल 12 खिलाड़ी और चार सहयोगी सदस्य शिविर का हिस्सा होंगे। खिलाड़ियों ने पहले भी डीपीएस सोनीपत में प्रशिक्षण लिया है, इसलिए वे सुविधा के साथ सहज हैं। शरत शिविर में आना चाहते है देखते है दूसरे खिलाड़ी क्या फैसला करते है।’’ ओलिंपिक जाने वाले खिलाड़ियों के अलावा अर्चना कामथ, सानिल शेट्टी और मानव ठक्कर समेत भारत के अन्य खिलाड़ी भी सोनीपत में होंगे। सिंह ने कहा, ‘‘ खिलाड़ियों की 17 जून को यहां पहुंचने के बाद आरटी-पीसीआर जांच होगी और जब 20 जून से शिविर शुरू होगा, तो हर दिन रैपिड एंटिजेन परीक्षण किये जाएंगे। अपने चौथे ओलंपिक में भाग लेने के लिए तैयार शरत को डेनमार्क में प्रशिक्षण के लिए वीजा नहीं मिला और इसलिए वह टीम के माहौल में अभ्यास की उम्मीद कर रहे हैं। वह और साथियान एकल में प्रतिस्पर्धा करेंगे लेकिन इस अनुभवी खिलाड़ी का ज्यादा ध्यान मनिका के साथ मिश्रित युगल पर है। मनिका और शरत की जोड़ी ने 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत कर चौंकाया था। इस जोड़ी के पास तोक्यो में भारत के लिए एक और अच्छा परिणाम हासिल करने का मौका होगा। शरथ ने कहा, ‘‘ मनिका और मैंने क्वालीफायर से पहले और उस दौरान अपने मूवमेंट पर ध्यान दिया। अब हमें मैच में खेलने की स्थिति में बेहतर होने की जरूरत है। कोविड-19 के कारण हमारी तैयारी आदर्श से बहुत दूर रही है लेकिन हमें इस शिविर का सर्वोत्तम उपयोग करने की जरूरत है।’’ भाषा आनन्द सुधीरसुधीर