(निखिल बापट)
मुंबई दो दिसंबर (भाषा) भारत और न्यूजीलैंड के बीच शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दौरान दो महिला स्कोरर प्रेस बॉक्स में पत्रकारों की मदद करती हुई नजर आएंगी।
दोनों टीमों के बीच इस अंतिम टेस्ट मैच के लिये जो महिला स्कोरर वानखेड़े में अपनी सेवाएं देंगी उनके नाम क्षमा साने और सुषमा सावंत हैं।
मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के एक वरिष्ठ स्कोरर ने पीटीआई से कहा, ‘‘शायद यह पहला अवसर होगा जबकि एक टेस्ट मैच के लिये दो महिला स्कोरर रखी गयी हैं। ’’
क्षमा 45 साल की हैं और नाहूर की रहने वाली हैं। उन्होंने 2010 में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की स्कोरर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी और तब से वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और रणजी ट्राफी मैचों में स्कोरिंग कर रही है।
पिछले 11 वर्षों में उन्होंने सीनियर और जूनियर स्तर पर कई मैचों की स्कोरिंग की है और एमसीए की प्रमुख स्कोररों में शामिल हैं।
क्षमा 1990 के दशक में मुंबई के लिये अंडर-15 वर्ग में खेल चुकी है। उन्होंने 1996 में अंपायर के कोर्स के लिये परीक्षा उत्तीर्ण की थी लेकिन इसे पेशेवर तौर पर नहीं अपनाया। उन्होंने 2006 में एमसीए के स्कोरर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने माता पिता की इकलौती संतान हूं। मेरी मां ने मुझे 11 साल की उम्र में ही क्रिकेट में डाल दिया था। मेरी मां महाराष्ट्र सरकार में कार्यरत थी और पिता संगीतकार थे जो ड्रम बजाते थे।’’
सुषमा 50 साल की है और चेम्बूर में रहती हैं। उन्होंने 2010 में बीसीसीआई का महिलाओं के लिये विशेष स्कोरिंग कोर्स में सफलता हासिल की थी तथा वह महिला विश्व कप 2013 में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा आईपीएल, बीसीसीआई के घरेलू, जूनियर और सीनियर मैचों में स्कोरिंग कर चुकी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं क्रिकेट का लुत्फ उठाती हूं और पहली बार टेस्ट मैच में स्कोरिंग करने को लेकर उत्साहित हूं। महिलाओं के लिये स्कोरिंग में काफी संभावनाएं हैं। ’’
सौराष्ट्र की हेमाली देसाई और सेजल दवे अन्य महिला स्कोरर हैं जो पूर्व में टेस्ट मैच में स्कोरिंग कर चुकी हैं।
भाषा
पंत सुधीर
सुधीर