दो साल का टी20 विश्व कप चक्र क्रिकेट के विकास के लिये अहम : आईसीसी

दो साल का टी20 विश्व कप चक्र क्रिकेट के विकास के लिये अहम : आईसीसी

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  • Publish Date - November 22, 2021 / 06:36 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:08 PM IST

दुबई, 22 नवंबर ( भाषा ) आईसीसी ने सोमवार को कहा कि दो साल का टी20 विश्व कप चक्र क्रिकेट के विकास के लिये अच्छा है क्योंकि सभी सदस्य यह प्रारूप खेलते हैं ।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने पिछले सप्ताह 2024 से 2031 के बीच आईसीसी टूर्नामेंटों का ऐलान किया जिसमें हर साल एक टूर्नामेंट खेला जायेगा ।

आईसीसी के सीईओ ज्यौफ अलार्डिस ने ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा ,‘‘ अलग अलग प्रारूप में अलग अलग टूर्नामेंट खेले जाने हैं । हर दो साल में टी20 विश्व कप कराने का फैसला अच्छा है क्योंकि सभी सदस्य इस प्रारूप को खेलते हैं और यह क्रिकेट के विकास के लिये अच्छा रहेगा ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यूएई और ओमान में हाल ही में हुआ टूर्नामेंट पांच साल में पहला था । आजकल इतना टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला जा रहा है और हमारे इतने सदस्य इसे खेलते हैं कि यह अंतराल लंबा था ।’

उन्होंने कहा ,‘‘ हम दो साल में एक बार इसे कराना चाहते हैं ।’’

आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ यह काफी लोकप्रिय टूर्नामेंट है ।छोटा भी है और वनडे प्रारूप में काफी रोचक भी । क्रिकेट विश्व कप के चार साल के चक्र के बीच में यह अच्छा टूर्नामेंट है।’’

चैम्पियंस ट्रॉफी आखिरी बार 2017 में हुई थी और अब 2025 में खेली जायेगी ।

हाल ही में टी20 विश्व कप में टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने वाली टीमें ही जीतती आई । इस बारे में पूछने पर अलार्डिस ने कहा कि अगली बार ऐसा नहीं होगा ।

उन्होंने कहा ,‘‘ क्रिकेट में ऐसा होता है कि जब कोई बात चलन की तरह होने लगती है तो टीमें और विरोधी उसका जवाब तलाशने लगते हैं । अगर ऐसा लगता है कि टॉस जीतने से ही मैच जीते जाते हैं तो मुझे यकीन है कि 12 महीने बाद आस्ट्रेलिया में जब यह टूर्नामेंट खेला जायेगा तो ऐसा नहीं होगा ।

आईसीसी ने पिछले सप्ताह अफगानिस्तान में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम के मद्देनजर क्रिकेट की समीक्षा के लिये एक कार्यसमूह का गठन किया है ।

आईसीसी अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने कहा ,‘‘ अफगानिस्तान आईसीसी का पूर्णकालिक सदस्य है ।हम वहां महिला और पुरूष क्रिकेट कार्यक्रम को मदद जारी रखना चाहते हैं । हम वह करते रहेंगे लेकिन आईसीसी का सदस्य बने रहने के लिये कुछ मानदंडों पर खरा उतरना जरूरी है । हमने उनका उल्लंघन नहीं देखा है और आईसीसी के सदस्य के तौर पर हम उसकी मदद करते रहेंगे । ’’

भाषा

मोना

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