डब्ल्यूएफआई ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिये जन्म प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य किया

डब्ल्यूएफआई ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिये जन्म प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य किया

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  • Publish Date - April 27, 2022 / 07:38 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) आयु संबंधित धोखाधड़ी के मामलों से निपटने के लिये भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने पहलवानों के लिये किसी भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये अपना जन्म प्रमाण प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया है।

पहलवानों को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से पहले अपना जन्म प्रमाण पत्र दिखाना होगा।

महासंघ ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय कुश्ती महासंघ ने कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने का फैसला किया है। पहलवानों के लिये राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये अपना जन्म प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। ’’

हाल में पटना में अंडर-15 ओपन रैंकिंग टूर्नामेंट में भाग ले रहे 1000 पहलवानों में से 150 को डब्ल्यूएफआई द्वारा बाहर कर दिया गया था।

इसके अलावा रांची में समाप्त हुए अंडर-17 (कैडेट) राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भी आयु से अधिक पाये गये पहलवानों को बाहर कर दिया गया था।

पाया गया कि पहलवान कम उम्र का जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने के लिये दिल्ली का रास्ता अख्तियार करते हैं क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में ऑनलाइन आवेदन स्वीकार कर लिये जाते हैं।

यह भी पाया गया कि ज्यादातर हरियाणा के पहलवान अपने दस्तावेजों में छेड़छाड़ करते हैं।

गोपनीयता की शर्त पर एक पहलवान ने स्वीकार किया कि उसने दिल्ली में ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र हासिल किया था क्योंकि वह अपनी उम्र दो साल घटाना चाहता था।

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल अनिल बैजल को राष्ट्रीय राजधानी में उम्र संबंधित इस धोखाधड़ी के मुद्दे के बारे में लिखा था।

भाषा नमिता मोना

मोना