राजपथ में दिखा छत्तीसगढ़ का गौरव, झांकी में 300 ईसा पूर्व नाट्यशाला की झलक

राजपथ में दिखा छत्तीसगढ़ का गौरव, झांकी में 300 ईसा पूर्व नाट्यशाला की झलक

राजपथ में दिखा छत्तीसगढ़ का गौरव, झांकी में 300 ईसा पूर्व नाट्यशाला की झलक
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: January 26, 2018 6:00 am IST

देश में 69वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर राज्यभर की झांकियों के बीच छत्तीसगढ़ की झांकी ने भी प्रदेश की कला और संस्कृति की खूशबू बिखेरी. रामगढ़ की पहाड़ियों में स्थित भारत की प्राचीन नाट्यशाला छत्तीसगढ़ की झांकी का थीम बना. झांकी में रामगढ़ की पहाड़ियों में महाकवि कालिदास द्वारा रचित मेघदूत को भी प्रदर्शित किया गया.

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छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में रामगढ़ की पहाड़ि़यों में स्थित यह प्राचीन नाट्यशाला 300 ईसा पूर्व की है. यहां प्राप्त शिलालेख बताते हैं कि इस नाट्यशाला में क्षेत्रीय राजाओं द्वारा नाटक और नृत्य उत्सव आयोजित किये जाते थे. 

 

 

वेब डेस्क, IBC24

 

 


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