अंबिकापुर नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण में हासिल किया पहला स्थान

अंबिकापुर नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण में हासिल किया पहला स्थान

  •  
  • Publish Date - May 31, 2017 / 12:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:54 PM IST

नगर निगम अंबिकापुर ने स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे देश में पहला स्थान हासिल कर लिया……लेकिन शहर की स्थिति आज भी उतनी बेहतर नहीं हो सकी है जिससे इसे नंबर वन माना जाए……भले ही कागजों में अंबिकापुर नगर निगम खुद को स्वच्छता के मामले में अव्वल रखता है…..लेकिन हकीकत में तो यहां के लोग भी सफाई व्यवस्था को सपोर्ट नहीं करते..बल्कि दूसरों को भी सफाई न रखने की सलाह देते हैं… 

अंबिकापुर नगर निगम के 48 वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का काम होता है……..इस काम में 450 महिलाएं स्व सहायता समूहों के माध्यम से काम पर लगी हैं……..वैसे तो ज्यादातर लोग इस काम में इन महिलाओं का सहयोग करते हैं और कचरा देने के साथ ही हर महीने यूजर चार्ज भी देते हैं….लेकिन अभी भी शहर में 5 से 10 हजार ऐसे लोग हैं जो यूजर चार्ज ना देना पड़े इसके लिए महिलाओँ को घर से कचरा नहीं देते… और चोरी छिपे इसे सड़कों पर फेंक देते हैं…..अक्सर ऐसा होता है कि 50 से 100 रूपए बचाने के लिए लोग बहाने बनाते हैं और महिलाओं के साथ बदतमीजी भी करते हैं….साथ ही उन लोगों को भी भड़काते हैं जो कचरे के साथ यूजर चार्ज भी देते हैं..कई बार ऐसा हुआ है कि प्रशासनिक अधिकारियों को सड़क पर उतरना पड़ा है और लोगों से यूजर चार्ज देने की अपील करनी पड़ी है  उधर लोगों की इस बदनीयति को देखते हुए अब जिला प्रशासन कठोर कार्रवाई करने के मूड में है….. नगर निगम अंबिकापुर रोजाना लगभग 52 टन कचरा एकत्रित करता है, इसमें से 40 टन कचरा डोर टू डोर कलेक्टर से मिलता है, जबकि 12 टन कचरा लोग सड़कों पर रोजाना फेंकते हैं……इसकी साफ सफाई में नगर निगम को प्रतिमाह 7 लाख रूपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ते हैं जो सालाना लगभग 84 लाख रूपए होता है..