सरोज पांडेय को अंतिम समय में प्रत्याशी बनाना भाजपा को पड़ेगा भारी? गुटबाजी की आहट

सरोज पांडेय को अंतिम समय में प्रत्याशी बनाना भाजपा को पड़ेगा भारी? गुटबाजी की आहट

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  • Publish Date - March 20, 2018 / 10:18 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

रायपुर। राज्यसभा चुनाव में भाजपा को पार्टी की प्रत्याशी सरोज पांडेय के खिलाफ गुटबाजी होने का डर सता रहा है. पार्टी के 2 कद्दावर नेता और मंत्री का सरोज पांडेय से झगड़ा किसी से छिपा नहीं है.

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वहीं, पार्टी अध्यक्ष की जगह अंतिम समय में सरोज पांडेय को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर अध्यक्ष की नाराजगी की बात भी सामने आ रही है। सूत्रों से पता चला है कि इन नेताओं की नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी संसदीय कार्य मंत्री की सौंपी गई है.

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हालांकि राज्यसभा चुनाव में मतदान पार्टी के एजेंट को दिखाकर करना होता है। ऐसी स्थिति में पार्टी के खिलाफ जा कर कोई भी वोट नहीं डालेगा. वहीं ने पार्टी ने व्हिप भी जारी किया है. मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तो दावा किया है कि उनकी प्रत्याशी को संख्या बल से ज्यादा वोट मिलेगा. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल भी इसी तरह का दावा कर रहे हैं.

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इधर, भाजपा और कांग्रेस निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा और बहुजन समाज पार्टी के विधायक केशव चंद्रा का समर्थन मिलने का भी दावा कर रहे हैं. बता दें कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के 49 और कांग्रेस के 39 एक निर्दलीय और एक बहुजन समाज पार्टी के विधायक हैं।

 

 

 

वेब डेस्क, IBC24