दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर और रायपुर डिवीजन में बुधवार को दो बड़े रेल हादसे टल गए। दोनों ही मामले ट्रेनों के सिग्नल ओवरशूट के हैं। पहली घटना बिलासपुर के गतौरा और जयरामनगर के बीच की है। यहां दो माल गाड़ियों को जोड़कर बनाई गई लांग हाल ने रेड सिग्नल पार कर लिया। इसे बिजली की सप्लाई बंद कर रोका गया। बिलासपुर से कोरबा जा रही यह लंबी मालगाड़ी शाम 6 बजे गतौरा स्टेशन से निकली। स्टेशन से पहले एक सिग्नल रेड था। इस ट्रेन को वहीं रुक जाना था, लेकिन वह इससे आगे निकल गई।
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जब गतौरा स्टेशन मास्टर ने देखा की ट्रेन आगे बढ़ गई है तो उसने इसकी जानकारी बिलासपुर कंट्रोल रुम को दी। कंट्रोल रूम ने तुरंत उस लाइन की बिजली सप्लाई बंद कर दी। तब तक ड्राइवर को भी अपनी गलती समझ में आ गई थी और उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। दूसरी सिग्नल ओवरशूट की घटना दाधापारा स्टेशन में हुई। हावड़ा से मुंबई जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस बिलासपुर से रवाना हुई थी। दाधापारा स्टेशन से पहले सिग्नल रेड था लेकिन ड्राइवर ने ट्रेन की रफ्तार धीमी करने की बजाय ट्रेन आगे बढ़ा दी। दो बोगियां ने सिग्नल क्रॉस कर दिया इसके बाद ड्राइवर ने ट्रेन रोकी।
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उधर दाधापारा स्टेशन से आगे इंटरसिटी एक्सप्रेस का फेल हुआ इंजन खड़ा था। अगर थोड़ी देर होती तो इस इंजन से दुरंतो के टकराने की बड़ी दुर्घटना हो जाती। दुरंतो को वहीं तकरीबन 35 मिनट तक रोका गया। उसके बाद उसके चालक को बदल दिया गया और नए लोको पायलट के साथ ट्रेन रवाना की गयी। रायपुर डीआरएम कौशल किशोर ने घटना को सही बताया है और मामले की जोन स्तर पर इंक्वायरी होने की बात कही है।
वेब डेस्क, IBC24