घोर नक्सली इलाके में 114 वीं बटालियन के जवानों ने आयोजित किया सिविक एक्शन कार्यक्रम,ग्रामीणों में दिखा जमकर उत्साह

घोर नक्सली इलाके में 114 वीं बटालियन के जवानों ने आयोजित किया सिविक एक्शन कार्यक्रम,ग्रामीणों में दिखा जमकर उत्साह

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  • Publish Date - February 16, 2019 / 12:19 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

पखांजुर। घोर नक्सल प्रभावित ग्राम नेड़गाँव जहाँ आज तक नक्सलियों के जूतों की थाप सुनाई देती थी और यहां के निवासी विकास की मुख्यधारा से दूर नक्सलियों के आतंक के साये में जीने को मजबूर थे ।उसी गांव में आजादी 72 साल बाद पहली बार सीमा सुरक्षाबल बीएसएफ के 114 वीं बटालियन के जवानों द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।जिसमें पहली बार लाल आतंक के चीखों को चीरते हुए देशभक्ति के गीत से सारा गाँव झूम उठा ।क्षेत्र के सबसे बुजूर्ग ग्राममीण से फिता कटवाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
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कार्यक्रम में शामिल हुए बच्चें और बुजुर्गों ने पहली बार देशभक्ति के जज्बे और अपने भारतीय सीमा सुरक्षा बल के मौजूदगी में खुद की सुरक्षा के एहसास को महसूस किया ।कार्यक्रम में ग्रामीणों को मुफ्त में स्वस्थ परीक्षण कर दवाईयां बाँटी गयी साथ ही दैनिक उपयोगी कई सामग्रियां ग्रामीणों को वितरित कर नक्सल भय से मुक्त होकर सीमा सुरक्षा बलों के साथ जुड़कर विकास की नयी धारा से जुड़ने की अपील की गयी । कार्यक्रम में पहुंची विकलाँग महिला जैनी बाई जो दोनों पैरों से विकलांग है.उसे जवानों द्वारा गोद में उठाकर नये व्हीलचेयर पर बिठाया गया साथ ही पहली बार ईसीजी मशीन द्वारा ग्रामीणों के गंभीर बीमारियों की जाँच की गयी। साथ ही व्हील चेयर दिया गया ताकि चलने में परेशानी न हो।बुजूर्ग महीला को बीएसएफ के सीओ ने स्वयं चप्पल पहना कर साॅल भेंट किया।साथ ही बेरोजगार युवतियो को स्वरोजगार से जुड़ने सिलाई मशीन दिया गयाऔर अन्य ग्रामीणों को रोजमर्रा की सामग्री वितरण की गई।ग्रामीणों ने सीमा सुरक्षा बलों के ईस पहल की सराहना करते हुए पहली बार खुद को स्वतंत्र भारत के नागरिक होने के एहसास से रु.ब.रु होने की बात कही ।