रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा है कि उन्होंने खुद अपराध किए ,खुद मामले दर्ज किए, लेकिन जांच अधूरी थी। गरीबों का अनाज उन्होंने नहीं दिया। बघेल ने कहा कि वो अभी इसी जांच में परेशान हैं, 15 साल की पूरी जांच में क्या होगा।
बता दें कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था कि अपने द्वेष के तराज़ू में मेरे कर्मों को क्या तौलोगे। संख्या में ज़्यादा होने से कभी सियारों ने सिंह पर विजय नहीं पाई है। उन्होंने कहा कि बदले की इस जांच से भला सत्य को आंच कहां आई। डॉ सिंह ने आगे लिखा कि, 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद से हमने प्रदेश के गरीब परिवारों व आदिवासी भाइयों-बहनों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य किए हैं। यदि भूख से व्याकुल गरीब परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था करना @INCChhattisgarh की नज़र में अपराध है तो हो, यह काम मैं आगे भी करूंगा।
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गौरतलब कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नान घोटाले की जांच एसआईटी से करवाए जाने की घोषणा की थी और कहा था कि जांच मिली डायरी के पूरे पन्नों के आधार पर होगी। हालांकि ईओडब्लू और एसीबी की विशेष अदालत ने स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) को नागरिक आपूर्ति निगम (नान) ऑफिस से जब्त पेन ड्राइव देने से मना कर दिया है।