मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस नेताओं की दिल्ली दौड़, तीनों राज्यों में डिप्टी सीएम का फार्मूला

मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस नेताओं की दिल्ली दौड़, तीनों राज्यों में डिप्टी सीएम का फार्मूला

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  • Publish Date - December 13, 2018 / 08:33 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

रायपुर/भोपाल। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर दिल्ली में हलचल तेज हो गई है। प्रदेश के नेता दिल्ली दरबार में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस तीनों राज्यों में डिप्टी सीएम बनाने पर विचार कर रही है। मध्यप्रदेश में कमलनाथ और राजस्थान में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाने में कांग्रेस को मुश्किल हो सकती है, क्योंकि दोनों नेता मुख्यमंत्री के अलावा कोई अन्य पद स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।

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उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली में कहा कि पार्टी के अंदर कई नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं से इनपुट ले रहा हूं। मुख्यमंत्री का नाम का जल्द ही ऐलान कर दिया जाएगा। इसके पहले तीनों राज्यों में केन्द्रीय पर्यवेक्षक विधायकों से राय-शुमारी करके दिल्ली लौट गए हैं।

मुख्यमंत्री पद के दावेदार टीएस सिंह देव ने कहा कि बैठक में जो बात हुई है, मैं उसका खुलासा नहीं कर सकता। विधायकों के अपने मत हो सकते हैं। यह उनका अधिकार है। मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता।

छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया भी पर्यवेक्षक खड़गे के साथ दिल्ली पहुंचे गए हैं। सूत्रों ने बताया कि दोपहर में राहुल गांधी के साथ उनकी मीटिंग है।
इससे पहले बुधवार को रायपुर में विधायक दल की बैठक में डॉ. चरणदास महंत ने प्रस्ताव रखा कि सीएम को लेकर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करें, ताम्रध्वज साहू ने महंत के प्रस्ताव का समर्थन किया। इसलिए अब छत्तीसगढ़ का सीएम कौन होगा इसकी घोषणा दिल्ली से ही होगी। इससे पहले खड़गे ने सभी विधायकों से एक-एक कर चर्चा की। राज्य में सीएम पद के दावेदार भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव हैं।

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ये हैं सीएम पद के दावेदार

  1. मध्यप्रदेश कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया
  2. राजस्थान अशोक गहलोत, सचिन पायलट
  3. छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव

सिंहदेव इसलिए प्रबल दावेदार

  • प्रभावी घोषणा-पत्र बनाकर नजर में आए।
  • सदन में सरकार के खिलाफ लगातार मुखर।
  • सरगुजा संभाग में भाजपा का सफाया किया।
  • साफ छवि व मिलनसार व्यक्तित्व।
  • चुनाव के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में धुआंधार दौरे किए।

 

बघेल इसलिए मजबूत दावेदार

  • झीरम कांड के बाद कांग्रेस को मजबूती दिलाई।
  • भाजपा के खिलाफ हर मोर्चे पर मुकाबला किया।
  • लगातार 5 साल तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखा।
  • पहली बार कांग्रेस संगठन को बूथ तक ले गए।
  • आरोपों के बावजूद चुनाव में पूरी ताकत से प्रचार करते रहे।

उधर, मध्यप्रदेश में पर्यवेक्षक एके एंटनी गुरुवार को राहुल गांधी को रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके बाद एंटनी गुरुवार को फिर भोपाल आएंगे। वे यहां पीसीसी में शाम 4 बजे होने वाली विधायकों की बैठक में शामिल होंगे। यहीं विधायक दल के नेता का ऐलान भी कर दिया जाएगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक 14 दिसंबर को नए मुख्यमंत्री शपथ ले सकते हैं।

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एंटनी ने बुधवार को विधायक दल की बैठक में कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय खेमे के विधायकों से अलग-अलग चर्चा की। हालांकि इसमें मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ और सिंधिया को अपनी पसंद बताया। अब राहुल ही मुख्यमंत्री पर अंतिम फैसला लेंगे।

जबकि राजस्थान में सीएम पद के लिए प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों की ओर से दावेदारी की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते सचिन पायलट सीएम पद से नीचे समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। पूर्व सीएम अशोक गहलोत तीसरी बार सीएम बनने के लिए मजबूत तरीके से दावेदारी पेश कर रहे हैं। गहलोत भी इसके लिए अड़े हुए हैं। इन दोनों ही नेताओं ने अपने-अपने तरीके से आलाकमान को मैसेज कर दिया है।