रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र में मंगलवार को विपक्ष ने सदन में व्यवस्था का प्रश्न उठाया। विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण प्रस्तुत होने के बाद अनुपूरक बजट पर चर्चा कराए जाने को गलत बताते हुए चर्चा रोकने की मांग उठाई। इस मुद्दे को लेकर सदन में हंगामा भी हुआ।
विपक्ष ने गलत परंपरा शुरू करने की बात कही। विपक्षी सदस्य बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर ने सवाल उठाते हुए इसे राज्यपाल का अपमान करार दिया। विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर पहले चर्चा की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया। आसंदी ने चर्चा कराए जाने की विपक्ष की मांग खारिज कर दी, जिस पर विपक्ष ने सदन से वाक आउट कर दिया।
इसके बाद अनुपूरक बजट पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने की। उन्होंने अपने संबोधन में भूपेश मंत्रिमंडल को कन्फ्यूज़ करार दिया और कहा कि मंत्रिमंडल बिखरा हुआ है। मंत्री कुछ बोलते हैं, मुख्यमंत्री कुछ बोलते हैं। हमारी सरकार ने किसानों के उत्थान के लिए हरसंभव प्रयास किए थे। हमने 15 साल तक वित्तीय प्रबंधन को ठीक रखा।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणापत्र जीतने के लिए तैयार किया था। इससे राज्य का वित्तीय घाटा 7 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। राज्य में सभी विकास कार्य रूक गए हैं। कांग्रेस सरकार, यू टर्न की सरकार है।