मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल, मगर लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया कुछ इन्हीं जज्बातों को लेकर आईबीसी 24 के चेयरमैन सुरेश गोयल ने स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप का बीज रोपा था और अब वह 3 सालों में ही फल फूलने लगा है.. छिंदवाड़ा में इस अनूठी योजना से प्रभावित होकर जिला शिक्षा अधिकारी बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के लिए आईबीसी की इस योजना को पूरे जिले के शिक्षकों और बच्चों को बता रहे हैं कि देश का एकमात्र चैनल जो इस अनूठी योजना से छात्रों की पढ़ाई में मदद करता है जिसके लिए बकायदा स्कूलों में पोस्टर भी लगाएं गए हैं।
शहर के कई स्कूलों में आईबीसी 24 स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप के फ्लेक्स ये बताने के लिए काफी है कि हमारा ये अनूठा प्रयास सिर्फ मदद ही नहीं एक अभियान का रुप भी ले चुका है.. देश के इकलौते न्यूज चैनल की इस अभिनव योजना से शिक्षा विभाग इतना प्रभावित है कि अब वो इसे अपने स्कूलों के छात्रों को प्रेरित करने के लिए अपना रहा है जिसके लिए बकायदा शहर के कई सरकारी स्कूल में होर्डिंग भी लगवााएं जिसमें 2015 से लेकर अभी तक की जिले की स्वर्णशारदा अवार्डियों के नाम पुरुष्कार राशि दिखाई जा रही है, वहीं बालिकाओं की कहानियों पर बनी मेधा पुस्तिका भी अब हर मीटिंग की शोभा बढ़ाएगी जिससे बताया जाएगा की सामाजिक सरोकारों के नाम पर देश में आईबीसी 24 एक मिशाल है।
वहीं स्कूल के प्रिंसीपल भी कहते हैं कि राशि तो वाकई बहुत है लेकिन इस प्रकार का साहस कर सामाजिक काम में आगे आना अपने आप में अनूठा काम है जिसके लिए आईबीसी 24 की चर्चा पूरे जिले में चल रही है।
जिस उद्देश के साथ आईबीसी 24 ने स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप योजना की शुरुआत की थी वाकई अब वो अभियान का रुप ले चुकी है फिर भले ही लोकसभा टीवी में प्रसारण हो या छिंदवाड़ा जैसे शहर में योजना का प्रचार…महज तीन साल पहले शुरु हुई, यह योजना अब देश और विदेश में भी अपनी पहचान बना चुकी है इसीलिए तो हम हैं सबसे विश्वनीय न्यूज चैनल आखिर सवाल आपका है।
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17 hours ago