श्योपुर। जिला अस्पताल में शनिवार को उस वक्त आग लग गई जब हॉस्पिटल के अंदर सैकड़ों मरीज भर्ती थे। रूम में शॉर्ट सर्किट से आग लगने के बाद पूरे अस्पताल में धुआं छा गया। इसे देखकर मरीज भी अपने-अपने बेड से उठकर बाहर भाग गए। जो मरीज थे स्ट्रेचर पर थे, वे ड्रिप लगी हुई हालत में ही परिजनों के साथ बाहर निकल गए।
इस अफरा–तफरी में डॉक्टर भी बाहर निकल गए, तभी मनोज सिकरवार नामक युवक ने स्ट्रॉन्ग रूम के गेट को तोड़कर फायर सेफ्टी उपकरण से आग पर काबू पाया। उस युवक की होशियारी से सैकड़ों मरीजों की जान बच गई, अन्यथा आज जिला अस्पताल में कोई बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि आग पर काबू पाने के बाद सिविल सर्जन ने मौके से ही फायरबिग्रेड और एमपीईबी को कॉल करके सूचना दे दी थी, जिससे वह भी मौके पर पहुंच गई थी।
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आग बुझाने वाले मनोज सिकरवार ने बताया कि ‘मैं यहा आया तो सब तरफ धुंआ–धुंआ हो रहा था तो मालूम चला कि आग लगी है। मैं थोड़ी देर में फायर फाइटर और एक गार्ड लेकर आया और उनकी मदद से लेकर आग बुझाया’।
वहीं अस्पताल के सिविल सर्जन आरबी गोयल ने बताया कि आज सुबह से ही विद्युत समस्या रही है पहले तो पेड़ गिरने से जिला अस्पताल के सामने से जाने वाली हाईटेंशन लाइन ध्वस्त हो गई। उसके ठीक होने के बाद हमारे जो स्टोर जहां से बिजली व्यवस्था सुचारु रखी जाती है, वहां तेज धमाके के साथ शार्ट सर्किट हुआ और इससे पूरे अस्पताल में धुआं भर गया। हमारा स्टॉफ मौके पर था जिसने तत्काल स्थिति पर नियंत्रण पा लिया। इसमें किसी भी प्रकार जन-धन हानि नहीं हुई।
वेब डेस्क, IBC24
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